|
2016-17 में परोक्ष कर वसूली 8.63 लाख करोड़ रुपये की हुई, जो वित्तीय 2015-16 वर्ष की वास्तविक राजस्व प्राप्तियों की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक है
वर्ष 2016-17 के लिए प्रत्यक्ष और परोक्ष दोनों करों के लिए कुल कर राजस्व के संशोधित अनुमान रु. 16.97 लाख करोड़ के रखे गए थे, जिनमें से 8.47लाख करोड़ रुपये प्रत्यक्ष कर और 8.63 लाख करोड़ रुपये परोक्ष कर वसूली के लिए लक्षित थे। ज्ञातव्य है कि वर्ष 2016-17 के लिए 16.97 लाख करोड़ रुपये के संशोधित अनुमान की तुलना में इसी वर्ष के लिए बजट अनुमान रुपये 16.25 लाख करोड़ के थे। संशोधित अनुमान की तुलना में अनंतिम आंकड़ों के अनुसार वास्तविक वसूली 17.10 लाख करोड रुपये की हुई, जो पिछले वर्ष की वसूली की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है।
प्रत्यक्ष कर
मार्च 2017 तक निवल प्रत्यक्ष कर वसूली 8.47लाख करोड़ रुपये रही, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 14.2 प्रतिशत अधिक है। पिछले वित्तीय वर्ष की वृद्धि दर की तुलना में यह बढ़ोतरी अत्यन्त महत्वपूर्ण है। वित्तीय वर्ष 2016-17 के दौरान 8.47लाख करोड़ रुपये की प्रत्यक्ष निवल कर वसूली 100 प्रतिशत उपलब्धि को दर्शाती है।
जहां तक कॉर्पोरेट आय कर और व्यक्तिगत आय कर का प्रश्न है, राजस्व वसूली के संदर्भ में कॉर्पोरेट आय कर की वृद्धि दर 13.1 प्रतिशत और व्यक्तिगत आय कर की वृद्धि दर 18.4 प्रतिशत रही। परन्तु रिफंड समायोजित करने के बाद कॉर्पोरेट आय कर की निवल वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत और व्यक्तिगत आय कर की वृद्धि दर 21.0 प्रतिशत रही। अप्रैल 2016-मार्च 2017 के दौरान 1.62 लाख करोड़ रुपये के रिफंड किए गए, जो वित्तीय वर्ष 2015-16 की तुलना में 32.6 प्रतिशत अधिक हैं।
परोक्ष कर
वित्तीय वर्ष 2016-17 के दौरान परोक्ष कर (केन्द्रीय उत्पाद, सेवा कर और सीमा शुल्क) की वसूली 8.63 लाख करोड़ रुपये रही, जो वित्तीय वर्ष 2015-16 की वास्तविक राजस्व प्राप्तियों की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक है। मार्च 2017 तक, परोक्ष कर वसूली के संशोधित अनुमान के लक्ष्य करीब 101.35% हासिल किए गए।
वित्तीय वर्ष 2015-16 केन्द्रीय उत्पाद शुल्क की निवल वसूली 3.83 लाख करोड़ रुपये की हुई, जो पिछले वर्ष की 2.86 लाख करोड़ रुपये की वसूली की तुलना में 33.9 प्रतिशत अधिक थी।
वित्तीय वर्ष 2015-16 सेवा कर की निवल वसूली 2.54 लाख करोड़ रुपये की हुई, जो पिछले वर्ष की 2.11 लाख करोड़ रुपये की वसूली की तुलना में 20.2%. प्रतिशत अधिक थी।
वित्तीय वर्ष 2015-16 सीमा शुल्क की निवल वसूली 2.26 लाख करोड़ रुपये की हुई, जो पिछले वर्ष की 2.10 लाख करोड़ रुपये की वसूली की तुलना में 7.4%. प्रतिशत अधिक थी।
****
वि. कासोटिया/आरएसबी
|