युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार 2016-17 प्रदान किए
Posted On:
21 DEC 2017 8:40PM by PIB Delhi
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने आज यहां राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार 2016-17 प्रदान किये। युवा मामले तथा खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्यवर्धन राठौर तथा बहुत से अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे। राष्ट्रपति भवन में आज राष्ट्रीय सेवा योजना 2016-17 के पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं की सूची निम्न प्रकार है :-
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क
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विश्वविद्यालय/+2 परिषद
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प्रथम पुरस्कार
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डॉ. हिमांशु पांडया
उप कुलपति
गुजरात विश्वविद्यालय
नवरंग पुरा
अहमदाबाद - 380009
गुजरात
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डॉ. नटवरलाल पी. वर्मा
प्रोग्राम कॉर्डिनेटर, एनएसएस
गुजरात विश्वविद्यालय
नवरंग पुरा
अहमदाबाद - 380009
गुजरात
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द्वितीय पुरस्कार
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प्रो. प्रदीप कुमार चंद
उप कुलपति
उत्तर ओडिशा विश्वविद्यालय
श्री रामचन्द्र विहार
तकतपुर, बारीपाडा, मयूरभंज-757003
ओडिशा
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श्रीमती ऊषा सत्पथी
प्रोग्राम कॉर्डिनेटर, एनएसएस
उत्तर ओडिशा विश्वविद्यालय
श्री रामचन्द्र विहार
तकतपुर, बारीपाडा, मयूरभंज-757003
ओडिशा
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प्रशस्ति पत्र (विश्वविद्यालय//+2 परिषद
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डॉ. हिमांशु पांडया
उप कुलपति
गुजरात विश्वविद्यालय
नवरंग पुरा
अहमदाबाद - 380009
गुजरात
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डॉ. एन.किरण चन्द्रा
आदिकवि नन्नया विश्वविद्यालय
राजह राजह नरेन्द्र नगर
एनएच-16, राजमहेन्द्रवरम्-533296
आन्ध्र प्रदेश
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इससे पूर्व आज यहां विज्ञान भवन में युवा मामले तथा खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्य वर्धन राठौर ने राष्ट्रीय सेवा -2016-17 पुरस्कार, एनएसएस यूनिट, प्रोग्राम अधिकारियों तथा एनएसएस स्वयं सेवकों को प्रदान किये।, युवा मामलों के सचिव डॉ. ए. दूबे, एनएसएस के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। निम्नलिखित को पुरस्कार प्रदान किये गये -
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ख
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एनएसएस यूनिट और प्रोग्राम अधिकारी
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1.
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डॉ. के.एस. राव
प्राचार्य
अनुराग ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स
वेंकटपुर गांव, घाटकेसर मंडल
जिला मेडचल-500088
तेलंगाना
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श्री सी. मल्लेशा
प्रोग्राम अधिकारी, एनएसएस
अनुराग ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स
वेंकटपुर गांव, घाटकेसर मंडल
जिला मेडचल-500088
तेलंगाना
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2.
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डॉ. डी.के.सतीश
प्राचार्य
गवर्नमेंट कॉलेज
नेडुमनगाद, त्रिवेन्द्रम-695541
केरल
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डॉ. अंजेर. आर.एन.
प्रोग्राम अधिकारी, एनएसएस
गवर्नमेंट कॉलेज
नेडुमनगाद, त्रिवेन्द्र म-695541
केरल
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3.
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डॉ. जी.पी. बडोदरिया
प्राचार्य
एल.डी. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
नवरंगपुरा,अहमदाबाद- 380015
गुजरात
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डॉ. चैतन्य संघवी
प्रोग्राम अधिकारी, एनएसएस
एल.डी. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
नवरंगपुरा,अहमदाबाद- 380015
गुजरात
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4.
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श्री सुनील कुमार शम्मा
प्राचार्य
जी.जी.एस.एस. बहनविन, पोस्ट-बहनविन
तहसील-भोरंज, जिल-हमीरपुर-176045
हिमाचल प्रदेश
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श्री नरदेव सिंह
प्रोग्राम अधिकारी, एनएसएस
जी.जी.एस.एस. बहनविन, पोस्ट-बहनविन
तहसील-भोरंज, जिल-हमीरपुर-176045
हिमाचल प्रदेश
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5.
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डॉ. एम.दवामिनी चिरस्तोबर
प्राचार्य
द अमरिकन कॉलेज, गौरीपलयम, मदुरई,
तमिलनाडु
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डॉ. एस.सी.बी. सैमुअल एनबु सेलवन
प्रोग्राम अधिकारी, एनएसएस
द अमरिकन कॉलेज, गौरीपलयम, मदुरई, तमिलनाडु
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6.
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श्री सुशील देबबर्मा
प्राचार्य
स्टेट एनएसएस सेल, शिक्षा विभाग (वाईएएस)
त्रिपुरा सरकार, अगरतला
त्रिपुरा
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श्री आशीष कुमार भौमिक
प्रोग्राम अधिकारी, एनएसएस
स्टेट एनएसएस सेल, शिक्षा विभाग (वाईएएस)
त्रिपुरा सरकार, अगरतला
त्रिपुरा
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7.
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डॉ. अजीत हुंदेत
प्राचार्य
राजकीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज
सीतापुर, जिला-सरगुजा-497111
छत्तीसगढ़
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डॉ. रोहित कुमार बरगाह
प्रोग्राम अधिकारी, एनएसएस
राजकीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज
सीतापुर, जिला-सरगुजा-497111
छत्तीसगढ़
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8.
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श्री भगबन ससमल
प्राचार्य
बापूजी हॉयर सेकेन्डरी स्कूल
गढपलसुनी, जिला-धेनकनाल
ओडिशा
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श्री कैलाश चन्द्र साहनी
प्रोग्राम अधिकारी, एनएसएस
बापूजी हॉयर सेकेन्डसरी स्कूलल
गढपलसुनी, जिला-धेनकनाल
ओडिशा
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9.
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डॉ. जी.मुथामिलसेल्वी
प्राचार्य
विनायक मिशन्स कॉलेज ऑफ नर्सिंग, किरूममपक्कम-607402
पुदुचेरी
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सुश्री ए.गोथईनयागी
प्रोग्राम अधिकारी, एनएसएस
विनायक मिशन्स कॉलेज ऑफ नर्सिंग, किरूममपक्कम-607402
पुदुचेरी
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10.
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डॉ. एन्दे प्रसाद
प्राचार्य
विक्रम सिम्हापुरी यूनिवर्सिटी कॉलेज
काकुतुरू-524320
वेंकटचेलम (मंडल)
एसपीएसआर जिला- नेल्लोर
आन्ध्र प्रदेश
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डॉ. कथेमरेड्डी रमेश रेड्डी
प्रोग्राम अधिकारी, एनएसएस
विक्रम सिम्हापुरी यूनिवर्सिटी कॉलेज
काकुतुरू-524320
वेंकटचेलम (मंडल)
एसपीएसआर जिला- नेल्लोर
आन्ध्र प्रदेश
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एनएसएस पुरस्कारों का उद्देश्य विश्वविद्यालयों, सीनियर सेकेंडरी (+2) परिषदों, एनएसएस इकाइयों/कार्यक्रम अधिकारियों और एनएसएस स्वंयसेवकों द्वारा स्वंयसेवी सामुदायिक सेवा के क्षेत्र में दिए गए उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देना एवं पुरस्कृत करना है, ताकि एनएसएस को आगे और ज्यादा बढ़ावा दिया जा सके।
पुरस्कारों का स्वरूप : विवरण नीचे दिया गया है:
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क्र.सं.
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श्रेणी
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पुरस्कारों की संख्या
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पुरस्कार राशि
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1.
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विश्वविद्यालय/(+2) परिषद
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02
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प्रथम पुरस्कार: विश्वविद्यालय/(+2) परिषद को ट्रॉफी के साथ 3,00,000 रुपये (एनएसएस कार्यक्रम विकास के लिए)
कार्यक्रम समन्वयक को प्रमाण पत्र और रजत पदक
द्वितीय पुरस्कार : विश्वविद्यालय/(+2) परिषद को ट्रॉफी के साथ 2,00,000 रुपये (एनएसएस कार्यक्रम विकास के लिए)
कार्यक्रम समन्वयक को प्रमाण पत्र और रजत पदक
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2.
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एनएसएस इकाइयां और उनके कार्यक्रम अधिकारी
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10
+
10
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प्रत्येक एनएसएस इकाई को ट्रॉफी के साथ 1,00,000 रुपये (एनएसएस कार्यक्रम विकास के लिए)
प्रत्येक कार्यक्रम अधिकारी को प्रमाण पत्र एवं रजत पदक के साथ 70,000 रुपये
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3.
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एनएसएस स्वंयसेवक
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30
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प्रत्येक स्वंयसेवक को प्रमाण पत्र एवं रजत पदक के साथ 50,000 रुपये
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उपर्युक्त पुरस्कारों के अलावा कभी-कभी अत्यन्त सीमित संख्या में नामितों को प्रशस्ति पत्र दिए जाते हैं।
राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस):
परिचय : एनएसएस केन्द्रीय क्षेत्र की एक योजना है। इस योजना का शुभारंभ वर्ष 1969 में हुआ था और इसका मुख्य उद्देश्य स्वयंसेवी सामुदायिक सेवा के जरिए युवा विद्यार्थियों के व्यक्तित्व एवं चरित्र का विकास करना है। एनएसएस की वैचारिक अवधारण महात्मा गांधी के आदर्शों से प्रेरित है। एनएसएस का आदर्श वाक्य यह है ‘मैं नहीं, बल्कि आप’।
कार्यक्रम की संरचना : एनएसएस को सीनियर सेकेंडरी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में क्रियान्वित किया जा रहा है। एनएसएस की अवधारणा के तहत यह परिकल्पना की गई है कि इस योजना के दायरे में आने वाले प्रत्येक शैक्षणिक संस्थान में कम से कम एक एनएसएस इकाई होगी, जिसमें सामान्यत: 100 छात्र स्वयंसेवी होंगे। इनकी अगुवाई एक शिक्षक करेंगे, जिन्हें कार्यक्रम अधिकारी (पीओ) के रूप में नामित किया जाएगा। हर एनएसएस इकाई अपनी गतिविधियों के लिए एक गांव अथवा एक झुग्गी-बस्ती को गोद लेगी। प्रत्येक एनएसएस स्वयंसेवक को निम्नलिखित कार्य करने होंगे :
- नियमित एनएसएस गतिविधि : प्रत्येक एनएसएस स्वयंसेवक को दो वर्षों के दौरान प्रत्येक वर्ष न्यूनतम 120 घंटे सामुदायिक सेवा में लगाने पड़ते हैं। इसका अर्थ यह है कि दो वर्षों के दौरान स्वयंसेवक को कुल मिलाकर 240 घंटे सामुदायिक सेवा में लगाने पड़ते हैं। यह कार्य एनएसएस इकाई द्वारा गोद लिये गये गांवों/झुग्गी-बस्तियों अथवा स्कूल/कॉलेज के परिसरों में अध्ययन अवधि के बाद या सप्ताहांत के दौरान किया जाता है।
- विशेष शिविर कार्यक्रम : प्रत्येक एनएसएस इकाई कुछ विशिष्ट परियोजनाओं के साथ छुट्टियों के दौरान गोद लिये गये गांवों या शहरी झुग्गी-बस्तियों में 7 दिनों का विशेष शिविर लगाती है, जिसमें स्थानीय समुदायों को शामिल किया जाता है। प्रत्येक स्वयंसेवक को दो वर्षों की अवधि के दौरान एक बार विशेष शिविर में भाग लेना पड़ता है।
एनएसएस के तहत गतिविधियों का स्वरूप : एनएसएस के स्वयंसेवक नियमित एवं विशेष शिविर गतिविधियों के जरिए सामाजिक प्रासंगिकता से जुड़े मुद्दों पर काम करते हैं, जिनमें समुदाय की जरूरतों के अनुसार परिवर्तन होते रहते हैं। इन मुद्दों में ये शामिल हैं : (i) साक्षरता एवं शिक्षा (ii) स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं पोषण (ii) पर्यावरण संरक्षण (iv) सामाजिक सेवा कार्यक्रम (v) महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़े कार्यक्रम (vi) आर्थिक विकास की गतिविधियों से जुड़े कार्यक्रम (vii) आपदाओं के दौरान बचाव एवं राहत कार्य, इत्यादि।
एनएसएस स्वयंसेवकों को मिले पुरस्कारों के बारे में जानने के लिए अंग्रेजी का अनुलग्नक यहां क्लिक करें
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