स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय
आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते पर अपडेट
79.9 करोड़ से अधिक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते बनाए गए हैं, जिससे लोग अपने स्वास्थ्य डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड सुरक्षित रूप से देख सकते हैं और सेवा प्रदाताओं के साथ साझा कर सकते हैं
4.18 लाख से अधिक स्वास्थ्य सुविधाओं और 6.79 लाख स्वास्थ्य पेशेवरों को पंजीकृत कर व्यापक डिजिटल स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा स्थापित किया गया है, जिससे सेवा प्रदान करने और स्वास्थ्य सेवा पहुंच में वृद्धि हुई है
Posted On:
12 AUG 2025 3:08PM by PIB Delhi
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने को समर्थन करता है जो प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक स्वास्थ्य सेवा निर्बाध और निरंतरता से प्रदान करने में सहायक है। यह टेलीमेडिसिन जैसे तकनीकी माध्यमों से विशेषकर दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में मदद करता है।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के कार्यान्वयन निकाय, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लिए एक सार्वजनिक डैशबोर्ड उपलब्ध किया गया है जिससे योजना की प्रगति को दर्शाने वाले विभिन्न संकेतकों का आकलन किया जा सकता है।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत स्वास्थ्य रिकॉर्ड स्पष्ट और सूचित सहमति से साझा किए जाते हैं जिससे व्यक्तिगत डेटा की गोपनीयता के साथ ही नियंत्रण बना रहता है। इसे नागरिक केंद्रित और गोपनीयता को ध्यान में रखते हुए स्थापित किया गया है। यह दृष्टिकोण नागरिकों को सुरक्षित डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र के लाभ प्राप्त करने में सक्षम बनाता है।
आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता-आभा का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र में लोगों को विशिष्ट स्वास्थ्य पहचान प्रदान करना है। यह लोगों को अपने मेडिकल रिकॉर्ड सुरक्षित रूप से देखने और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के साथ साझा करने की सुगमता प्रदान करता है। 5 अगस्त 2025 तक, कुल 79,91,18,072 (79 करोड़ 91 लाख से अधिक) आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते (आभा) बनाए गए हैं; स्वास्थ्य सुविधा रजिस्ट्री (एचएफआर) पर 4,18,964 स्वास्थ्य सेवा (4.18 लाख से अधिक) और 6,79,692 (6.79 लाख से अधिक) स्वास्थ्य सेवा कर्मी पंजीकृत हैं। 67,19,65,690 (67.19 करोड़ से अधिक) स्वास्थ्य रिकॉर्ड आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते से जोड़े गए हैं।
आभा स्वास्थ्य प्रबंधन पहल कार्यान्वयन की निगरानी केंद्र और राज्य दोनों स्तर पर की जाती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री प्रतापराव जाधव ने आज राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
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(Release ID: 2155565)