सूचना और प्रसारण मंत्रालय
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सरकार ने ग्रामीण मीडिया पहुंच का विस्तार किया: 2019 के बाद 264 सामुदायिक रेडियो स्टेशन चालू किए गए, 6 नए डीडी चैनल स्थापित किए गए और 17 को अपग्रेड किया गया


डीडी फ्री डिश पर चैनलों की संख्या 104 से बढ़कर 510 हुई जिनमें 320 शैक्षिक चैनल शामिल; आकाशवाणी और प्रसार भारती के ओटीटी 'वेव्स' ने पहुंच बढ़ाई

Posted On: 20 AUG 2025 5:26PM by PIB Delhi

वर्ष 2019 से अब तक पूरे भारत में कुल 264 सामुदायिक रेडियो स्टेशन स्थापित किए जा चुके हैं। मौजूदा सामुदायिक रेडियो स्टेशनों को और मजबूत व उन्नत बनाने के लिए, वित्त वर्ष 2020-21 से अब तक 26 स्टेशनों को वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।

वर्ष 2019 के बाद 6 दूरदर्शन चैनल स्थापित किए गए हैं और 17 मौजूदा दूरदर्शन चैनलों को अपग्रेड किया गया है।

सरकार ने वर्ष 2017 में सामुदायिक रेडियो स्टेशनों के प्रभाव का आकलन किया और 23 अगस्त को 2018 को भारत में सामुदायिक रेडियो स्टेशनों के श्रोताओं, पहुंच और प्रभावशीलता पर अध्ययनशीर्षक से रिपोर्ट प्रकाशित की गई।

रिपोर्ट के अनुसार, सामुदायिक रेडियो ने सामुदायिक जुड़ाव और स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने तथा ग्रामीण एवं दूरदराज के इलाकों में सूचना के प्रसार में प्रमुख भूमिका निभाई है। इस रिपोर्ट के लिए लिंक : https://mib.gov.in/ministry/our-wings/broadcating-wing है।

दूरदर्शन केंद्रों के लिए, छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में फरवरी 2019 में प्रचार अभियान के प्रभाव का आकलन किया गया। आकाशवाणी रायगढ़ से प्रसारित जिंगल्स/स्पॉट्स के बारे में 73.5 प्रतिशत श्रोताओं को जानकारी थी। आकाशवाणी रायगढ़ से प्रसारित जिंगल्स/स्पॉट्स तक श्रोताओं की साप्ताहिक पहुंच 67 प्रतिशत थी।

सरकार विभिन्न प्लेटफार्मों के माध्यम से ग्रामीण मीडिया तक अपनी पहुंच का लगातार विस्तार करते हुए इसमें विविधता ला रही है:

  • डीडी फ्री डिश (फ्री-टू-एयर डायरेक्ट-टू-होम) सेवा में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 2019 में जहां 104 चैनल थे, वर्तमान में ये बढ़कर 510 हो गए हैं।

  • इसमें 92 निजी चैनल, 50 दूरदर्शन चैनल और 320 शैक्षिक चैनल शामिल हैं।

  • एफएम गोल्ड, रेनबो और विविध भारती सहित 48 आकाशवाणी रेडियो चैनल डीटीएच प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं।

  • 2024 में, प्रसार भारती ने ओटीटी प्लेटफॉर्म वेव्सका शुभारंभ किया जो एक बहु-शैली डिजिटल स्ट्रीमिंग एग्रीगेटर है जो दूरदर्शन और आकाशवाणी नेटवर्क चैनलों को एकीकृत करता है।

ये प्लेटफ़ॉर्म सूचना, शिक्षा, संस्कृति और समाचारों को सभी के लिए सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ये ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में, शैक्षिक कार्यक्रमों और निजी चैनलों के माध्यम से, विशेष रूप से प्रभावशाली हैं।

सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने आज लोकसभा में यह जानकारी दी।

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(Release ID: 2159003)