सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय
नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) के पांच वर्ष पूरे होने के मौके पर 18 नवंबर, 2025 को अमृतसर में राष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा
पांच वर्ष पहले नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) की शुरुआत के बाद से 23 करोड़ से अधिक लोगों को मादक पदार्थों के सेवन के प्रति जागरूक किया गया है
एनएमबीए के अंतर्गत नशा मुक्ति के लिए राष्ट्रीय ऑनलाइन शपथ में 16.72 लाख शैक्षणिक संस्थानों ने हिस्सा लिया
एनएमबीए के पांच वर्ष पूरे होने के मौके पर, बीते तीन महीने में देश भर में 2.46 करोड़ लोगों की भागीदारी के साथ 97,000 कार्यक्रम आयोजित किए गए
एनएमबीए नशामुक्त समाज के लिए सामुदायिक भागीदारी और सामूहिक प्रयासों का आह्वान करता है
प्रविष्टि तिथि:
14 NOV 2025 12:21PM by PIB Delhi
नशीले पदार्थों के सेवन का विकार एक ऐसा मुद्दा है जो देश के सामाजिक ताने-बाने पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। किसी भी नशीले पदार्थ पर निर्भरता न केवल इंसान के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि उसके परिवार और पूरे समाज को भी अस्त-व्यस्त कर देती है। कई मनो-सक्रिय पदार्थों के नियमित सेवन से व्यक्ति दूसरे पर निर्भर होने लगता है। कुछ मादक पदार्थ तंत्रिका-मनोरोग संबंधी बीमारियों, हृदय रोगों, साथ ही दुर्घटनाओं, आत्महत्याओं और हिंसा का कारण बन सकते हैं। इसलिए, मादक पदार्थों के सेवन और निर्भरता को एक मनो-सामाजिक-चिकित्सीय समस्या के तौर पर देखा जाना चाहिए।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय देश में नशीली दवाओं की मांग में कमी लाने के लिए नोडल मंत्रालय है, जो नशीली दवाओं के दुरुपयोग की रोकथाम, समस्या की व्यापकता का आकलन, निवारक कार्यवाही, उपयोगकर्ताओं के उपचार और पुनर्वास, तथा सूचना के प्रसार के सभी पहलुओं का समन्वय और निगरानी करता है।
इस मंत्रालय ने महत्वाकांक्षी नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) शुरू किया है और वर्तमान में यह देश के सभी जिलों में संचालित है। इसका उद्देश्य युवाओं में मादक पदार्थों के सेवन के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा करना है। उच्च शिक्षा संस्थानों, विश्वविद्यालय परिसरों, स्कूलों और समुदाय तक पहुंच बनाने तथा अभियान में सामुदायिक भागीदारी और स्वामित्व बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
एनएमबीए की उपलब्धियां:
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- अब तक, कई जमीनी गतिविधियों के माध्यम से, 23.06+ करोड़ लोगों को मादक पदार्थों के सेवन के प्रति जागरूक किया गया है, जिनमें 7.73 करोड़ से अधिक युवा और 5.18 करोड़ से अधिक महिलाएं शामिल हैं।
- 16.92 लाख से अधिक शैक्षणिक संस्थानों की भागीदारी ने यह सुनिश्चित किया है कि अभियान का संदेश देश के बच्चों और युवाओं तक पहुंचे।
- 5.70+ लाख मादक पदार्थों के सेवन से मुक्त हुए उपयोगकर्ता कई गतिविधियों में अपनी भागीदारी के जरिए अभियान का हिस्सा बन गए हैं।
- 20,000+ मास्टर स्वयंसेवकों (एमवी) की एक मजबूत टीम चुनी गई है और उन्हें प्रशिक्षित किया गया है।
- नशामुक्ति केंद्रों की संख्या 490 (2020-21) से बढ़कर 780+ (2025-2026) हो गई, जिसमें सरकारी अस्पतालों में 154 नशामुक्ति उपचार केंद्र शामिल हैं।
- हर साल 26 जून को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के तौर पर मनाया जाता है, जिससे नशीली दवाओं के दुरुपयोग के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके।
- यूएनडीपी की ओर से किए गए एक आकलन से पता चला है कि 2020 में अभियान की शुरुआत के बाद से, 64% उत्तरदाताओं को इसके बारे में पता था, 76% ने बताया कि उन्हें अभियान की आवश्यकता महसूस हुई, 23% ने कार्यक्रमों और गतिविधियों में भाग लेने की सूचना दी, और 50% लोग इसके माध्यम से सुलभ नशामुक्ति केंद्रों के बारे में जानते थे।
- एनएमबीए मोबाइल एप्लिकेशन एनएमबीए गतिविधियों का डेटा एकत्र करने और जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर एनएमबीए डैशबोर्ड पर प्रदर्शित करने के लिए विकसित किया गया है।
- एनएमबीए पोर्टल (www.nmba.dojse.gov.in) इन प्रयासों का एक केंद्रीय आधार है, जो एक व्यापक मंच के तौर पर काम करता है जो मादक पदार्थों के सेवन से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर जानकारी, सहायता और जुड़ाव प्रदान करता है। पोर्टल की प्रमुख विशेषताओं में से एक देश भर के जियो-टैग्ड नशामुक्ति केंद्रों की सूची की उपलब्धता है। यह सुविधा सुनिश्चित करती है, कि जरूरतमंद लोग मदद और सहयोग के लिए आसानी से निकटतम सुविधा तक पहुंच सकें।
- नशा मुक्त होने की राष्ट्रीय ऑनलाइन शपथ में 99,595 शैक्षणिक संस्थानों के 1.67+ करोड़ छात्रों ने नशा मुक्त होने की शपथ ली।
- एनएमबीए को सहयोग देने और जन जागरूकता गतिविधियां संचालित करने के लिए आर्ट ऑफ लिविंग, ब्रह्म कुमारिस, संत निरंकारी मिशन, अखिल विश्व गायत्री परिवार, इस्कॉन और श्री राम चंद्र मिशन जैसे छः आध्यात्मिक/ सामाजिक सेवा संगठनों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं और अब तक 3.37 करोड़ से अधिक लोगों तक पहुंच बनाई गई है।
- नशा मुक्ति के लिए एक टोल-फ्री हेल्पलाइन, 14446, इस हेल्पलाइन के माध्यम से मदद मांगने वाले लोगों को प्राथमिक परामर्श और तत्काल रेफरल सेवाएं देने के लिए स्थापित की गई है। हेल्पलाइन नंबर पर अब तक 4.30 लाख से अधिक कॉल प्राप्त हुई हैं।
- ओलंपिक पदक विजेता रवि कुमार दहिया, सुरेश रैना, अजिंक्य रहाणे, संदीप सिंह, सविता पूनिया और अमन सेहरावत जैसे खिलाड़ियों ने एनएमबीए के सहयोग में संदेश साझा किए हैं।
- 'नशे से आजादी - राष्ट्रीय युवा और छात्र संवाद कार्यक्रम', 'नया भारत, नशा मुक्त भारत', 'एनसीसी कैडेट अधिकारियों के साथ एनएमबीए संवाद' कार्यक्रम आयोजित किए गए और 700 अधिकारी प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित रहे। देश भर में लगभग 40,000 कैडेट ऑनलाइन मौजूद रहे।
- सीमा सुरक्षा बलों को विशेष मॉड्यूल के साथ प्रशिक्षण देकर और इन क्षेत्रों में नशामुक्ति केंद्र स्थापित करके सीमावर्ती क्षेत्रों में एनएमबीए का कार्यान्वयन किया गया।
- 12 अगस्त, 2024 को एनएमबीए पर एक सामूहिक प्रतिज्ञा/ शपथ ली गई और 2 लाख से अधिक संस्थानों के लगभग 3 करोड़ से अधिक लोगों ने राष्ट्रव्यापी शपथ में भाग लिया।
- नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) की 5वीं वर्षगांठ के अवसर पर, सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग द्वारा दिल्ली सरकार के सहयोग से 13 अगस्त 2025 को एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। दिल्ली के 1,000 से अधिक छात्रों ने व्यक्तिगत रूप से भाग लिया, और लाखों लोग देश भर में इस शपथ में शामिल हुए।
- 1 अगस्त 2025 से एनएमबीए के 5वें वर्ष के उत्सव के राष्ट्रीय अभियान में भाग लेने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नागरिकों को संगठित करने के उद्देश्य से, व्यापक जागरूकता पैदा करने और नागरिक सहभागिता को प्रोत्साहन देने के लिए देश भर में प्रतिस्पर्धी आउटरीच और भागीदारी गतिविधियों की एक श्रृंखला शुरू की गई।
- 8 नवंबर, 2025 तक, 1,12,202 युवाओं और छात्रों ने प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में भाग लिया है, जो नशा मुक्त भारत को प्रोत्साहन देने में युवाओं की सक्रिय भागीदारी और उत्साह को दर्शाता है।
- सहभागी अभियान के अंतर्गत, देश भर में कुल 97,336 कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें कुल 2.42 करोड़ (1.43 करोड़ पुरुष और 1 करोड़ महिलाएं) लोगों तक पहुंच बनाई गई। इनमें स्कूलों, कॉलेजों और सामुदायिक स्थलों पर नारा लेखन, रंगोली बनाने की प्रतियोगिताएं, चित्रकला प्रतियोगिताएं, प्रतिज्ञा समारोह, रैलियां और मैराथन दौड़ शामिल हैं।
- इस अभियान में 16 लाख ई-प्रतिज्ञाएं और 1 करोड़ से अधिक ऑफलाइन प्रतिज्ञाएं दर्ज की गईं, जो मजबूत जनभागीदारी को प्रदर्शित करती हैं।
नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) को उत्साहपूर्वक अपनाया गया है और सभी राज्यों में जागरूकता फैलाने के लिए अनेक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। नशा मुक्त भारत अभियान के पांच वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक भव्य समापन समारोह 18 नवंबर, 2025 को गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम का नेतृत्व पंजाब के माननीय राज्यपाल और माननीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री करेंगे। इस कार्यक्रम में लगभग 7000 प्रतिभागियों के शामिल होने की उम्मीद है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य अभियान की उपलब्धियों को उजागर करना, सामुदायिक भागीदारी को बढ़ाना और नशामुक्त समाज के निर्माण की दिशा में हमारे सामूहिक प्रयासों को सुदृढ़ करना है। इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम, नशे के विरुद्ध ऑनलाइन और ऑफलाइन शपथ, स्कूल और कॉलेज स्तर पर प्रतियोगिताएं और एक जनसभा सहित कई गतिविधियां शामिल होंगी।
ऐसे आयोजनों का प्रचार और उत्सव मनाकर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग का उद्देश्य युवाओं और आम नागरिकों को नशे से दूर रहने और स्वस्थ, मूल्य-आधारित जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
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पीके/केसी/एमएम/डीए
(रिलीज़ आईडी: 2190253)
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