रेल मंत्रालय
रेलवे ने थोक सीमेंट के माल ढुलाई शुल्क में कटौती की, निर्धन और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए किफायती आवास में सहायता मिलेगी
नई नीति के तहत निर्बाध डोर-टू-डोर लॉजिस्टिक्स समाधान के लिए अनुकूलित कंटेनर और नए बल्क सीमेंट टर्मिनल
Posted On:
18 NOV 2025 5:54PM by PIB Delhi
केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज कंटेनरों में थोक सीमेंट की दरों को विवेकपूर्ण बनाने और थोक सीमेंट टर्मिनलों के लिए नीति का अनावरण किया। यह नीति सीमेंट परिवहन के लिए रेलवे सुधारों का एक हिस्सा है।
श्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली स्थित रेल भवन में नीति का अनावरण करते हुए इस क्षण को एक क्रांतिकारी बदलाव बताया। उन्होंने कहा कि इन सुधारों से मध्यम और निर्धन परिवारों के लिए अपने सपनों का घर बनाते समय सीमेंट की लागत कम हो जाएगी। नई नीति के अनुसार, दूरी और भार के स्लैब हटा दिए गए हैं। श्री वैष्णव ने बताया कि नई दर को फ्लैट सकल टन किलोमीटर पर 0.90 रुपये प्रति टन प्रति किलोमीटर कर दिया गया है।

श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि टैंक कंटेनर थोक सीमेंट परिवहन के लिए एक संपूर्ण प्रदूषण मुक्त लॉजिस्टिक्स समाधान साबित होंगे। उन्होंने कहा कि भारत अब विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मालवाहक है, जिसने अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। रेल नेटवर्क का विस्तार 4 किलोमीटर प्रतिदिन (2004-14 के दौरान) से बढ़कर 12-14 किलोमीटर प्रतिदिन हो गया है, जिससे यह तीन गुना से भी अधिक बढ़ गया है। ब्रॉड-गेज रेल नेटवर्क अब लगभग 100 प्रतिशत विद्युतीकृत है। श्री वैष्णव ने कहा कि वर्तमान में देश भर में 1,300 से अधिक अमृत स्टेशन विकसित किए जा रहे हैं।
टैंक कंटेनरों में थोक सीमेंट के लिए माल ढुलाई का विवेकीकरण
नई दर संरचना को सरल और युक्तिसंगत बनाया गया है, जिसमें वास्तविक टन भार पर आधारित शुल्क लागू किए गए हैं, जिसकी गणना ट्रेन के सकल टन किलोमीटर (जीटीकेएम) के रूप में की जाती है। व्यापार सुगमता बढ़ाने के लिए, पिछली दूरी और भार स्लैब को हटा दिया गया है। संशोधित प्रणाली के तहत, वास्तविक दूरी तय करने पर 0.90 रुपये प्रति टन प्रति किलोमीटर की एक समान दर से माल ढुलाई ली जाती है।
यह नीति थोक सीमेंट के लिए कुशल मल्टी मॉडल, समग्र लॉजिस्टिक्स को बढ़ावा देने के लिए टैंक कंटेनरों के उपयोग को बढ़ावा देती है। टैंक कंटेनर थोक सीमेंट परिवहन के लिए एक प्रभावी संपूर्ण लॉजिस्टिक्स समाधान है और "मेक इन इंडिया" का एक गौरवशाली उत्पाद है। इसे 20 फीट × 8 फीट × 8.5 फीट के मानक आयामों के साथ डिज़ाइन किया गया है, जो 26 टन की पेलोड क्षमता और 31 टन का सकल भार प्रदान करता है। प्रत्येक कंटेनर केवल 25-30 मिनट के लोडिंग और अनलोडिंग समय के साथ कुशल संचालन की अनुमति देता है। इसका डिज़ाइन इसे निर्बाध मल्टी मॉडल परिवहन— ट्रेन से ट्रेलर और वापस ट्रेन तक आसानी से पहुंचा जा सकता है—के लिए आदर्श बनाता है जिससे उत्पादन बिंदु से उपभोग बिंदु तक सुचारू वितरण संभव होता है।
थोक सीमेंट टर्मिनलों के लिए नीति
विनिर्माण संयंत्रों से उपभोग केंद्रों के निकट टर्मिनलों तक विशेष वैगनों का उपयोग करने के जरिए थोक सीमेंट का परिवहन लागत-प्रभावी और पर्यावरण-अनुकूल दोनों है। कुशल लॉजिस्टिक्स की ओर इस बदलाव को और बढ़ावा देने के लिए, भारतीय रेलवे "बल्क सीमेंट टर्मिनल" नीति के तहत देश भर में बल्क सीमेंट टर्मिनलों के विकास को सुगम बनाएगा, जिससे सीमेंट का संचालन, भंडारण और वितरण अधिक सुचारू रूप से हो सकेगा।
निर्बाध लॉजिस्टिक्स सुनिश्चित करने के लिए, बल्क सीमेंट टर्मिनलों का निर्माण, संचालन और रखरखाव रेलवे नेटवर्क से सीधे संपर्क के साथ किया जाएगा। ये टर्मिनल हॉपर, साइलो, बैगिंग प्लांट और अन्य संबंधित अवसंरचना जैसी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित होंगे जिससे कि बल्क सीमेंट के कुशल संचालन, भंडारण और वितरण में सहायता मिल सके।
यह नीति कई प्रमुख लाभ प्रदान करती है, जिनमें सीमेंट परिवहन लागत में उल्लेखनीय कमी और सड़क परिवहन की तुलना में कार्बन उत्सर्जन में महत्वपूर्ण गिरावट शामिल है। इससे पर्यावरणगत स्थिरता को बढ़ावा मिलता है और सड़कों पर भीड़भाड़ कम होती है। यह एक ही खेप में बड़ी मात्रा में सीमेंट की ढुलाई को संभव बनाती है और पैकेजिंग की आवश्यकताओं को कम करती है, साथ ही रिसाव से होने वाले सामग्री के नुकसान को भी कम करती है। इसके अतिरिक्त, यह नीति मशीनीकृत लोडिंग और अनलोडिंग के माध्यम से तेज टर्नअराउंड समय सुनिश्चित करती है, जिससे सीमेंट लॉजिस्टिक्स में समग्र दक्षता बढ़ती है।
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(Release ID: 2191362)
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