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आईआईटीएफ 2025 में एफसीआई मंडप भारत के उन्नत खाद्यान्न पारिस्थितिकी तंत्र एवं 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण को प्रदर्शित करता है

Posted On: 18 NOV 2025 5:52PM by PIB Delhi

भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) द्वारा 14 से 27 नवंबर, 2025 तक भारत मंडपम के हॉल नंबर 6 में आयोजित हो रहे भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) 2025 में एक विशेष मंडप स्थापित किया है, जो एक लचीले, आधुनिक एवं नागरिक-केंद्रित खाद्य सुरक्षा संरचना की दिशा में देश की सामूहिक प्रगति को दर्शाता है।

मंडप "किसानों का सम्मान, भारतीय खाद्य निगम का अभिमान" और "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" की मार्गदर्शक भावना से प्रेरित है।

मंडप को भारत की खाद्यान्न यात्रा को प्रदर्शित करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें पारंपरिक भंडारण प्रथाओं से लेकर वैज्ञानिक, तकनीकी रूप से उन्नत भंडारण समाधानों जैसे कि साइलो को अपनाना शामिल है। यह प्रदर्शनी राष्ट्रीय खाद्यान्न की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित करने की दिशा में एफसीआई के योगदान तथा गुणवत्ता-संचालित, समावेशी, पारदर्शी, सतत खाद्य प्रबंधन प्रणाली में परिवर्तन और 2047 तक विकसित भारत के दीर्घकालिक दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता दर्शाती है।

केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रहलाद जोशी ने आज एफसीआई पैवेलियन का दौरा किया और खुला बाजार बिक्री योजना-खुदरा/थोक को बढ़ावा देने के लिए एफसीआई की पहलों की सराहना की, ताकि वस्तु (गेहूं/चावल) की बाजार उपलब्धता/कीमत निरंतर/स्थिर रखा जा सके।  साथ ही केंद्रीय मंत्री ने आम लोगों के लिए एफसीआई की पारदर्शिता, कुशल खाद्य वितरण और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता की भी प्रशंसा की। इस दौरान मंत्री साथ सचिव (खाद्य) श्री संजीव चोपड़ा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (एफसीआई) आशुतोष अग्निहोत्री, कार्यकारी निदेशक (उत्तरी क्षेत्र) अजीत कुमार सिन्हा और मंत्रालय तथा एफसीआई के अन्य उच्च स्तरीय वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

एफसीआई मंडप में सूचनात्मक डिस्प्ले, लाइव प्रदर्शन, संवादात्मक पैनल और आकर्षक ऑडियो-विडियो प्रस्तुतियां भी शामिल की गई हैं, जिनमें गोदामों के आधुनिकीकरण, आपूर्ति-श्रृंखला दक्षता के लिए डिजिटल पहल, स्थिरता उपायों और निगम की किसान-केंद्रित सहायता प्रणालियों को दर्शाया गया है।

एक विशेष पहल के रूप में, मंडप में छह राज्यों ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पंजाब और हरियाणा से प्राप्त एफसीआई चावल की खुदरा बिक्री की जा रही है, जिसे पहली बार एक मंच पर लाया गया है और 28.90 रुपये प्रति किलोग्राम और 30.90 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से उपलब्ध कराया गया है।

यह पहल अंतर-राज्यीय विविधता एवं एकता को बढ़ावा देते हुए उपभोक्ताओं के लिए सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण खाद्यान्न तक पहुंच सुनिश्चित करने की एफसीआई की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। पिछले चार दिनों में आगंतुकों द्वारा लगभग 1000 किलोग्राम चावल खरीदा जा चुका है।

युवाओं, छात्रों, महिलाओं और आम आगंतुकों से आग्रह है कि वे एफसीआई मंडप का दौरा करें और भारत के खाद्यान क्षेत्र में हुई प्रगति का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करें। यह हमारे देशवासियों के लिए बहुत गर्व की बात है कि आईआईटीएफ खाद्यान्न, हथकरघा एवं हस्तशिल्प वस्तुओं सहित 'मेड इन इंडिया' उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मंच के रूप में कार्य करता है और जमीनी स्तर पर नवाचारों की एक विस्तृत श्रृंखला माननीय प्रधानमंत्री के 'वोकल फॉर लोकल' के दृष्टिकोण के साथ मेल खाती है।

इस मंडप के माध्यम से, एफसीआई अपने नवीनीकृत संकल्प को दोहराता है कि वह राष्ट्र की खाद्य सुरक्षा संरचना को मजबूत करेगा, किसानों को सशक्त बनाएगा, पारदर्शिता को बढ़ावा देगा और हर घर तक गुणवत्तापूर्ण अनाज पहुंचाएगा जो एक स्वावलंबी एवं समावेशी विकसित भारत के निर्माण के प्रति एकीकृत प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

पीके/केसी/एके/डीके


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