सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय
राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (एनएसएस) की 75वीं वर्षगांठ और विश्व सांख्यिकी दिवस 2025 का समापन समारोह
Posted On:
18 NOV 2025 9:53PM by PIB Delhi
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) ने 18 नवंबर 2025 को विश्व सांख्यिकी दिवस के उपलक्ष्य में उदयपुर में राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (एनएसएस) की 75वीं वर्षगांठ के समापन समारोह का आयोजन किया। यह कार्यक्रम तकनीकी सत्रों, क्षमता निर्माण गतिविधियों, आउटरीच कार्यक्रमों और देश भर के छात्रों, नीति निर्माताओं और शोधकर्ताओं के साथ संवाद के माध्यम से आयोजित एक वर्ष तक चलने वाले राष्ट्रव्यापी उत्सव का समापन था।
इस समारोह में उन क्षेत्रीय कर्मचारियों, सांख्यिकीविदों और संस्थागत भागीदारों की पीढ़ियों के योगदान को सम्मानित किया गया जिन्होंने 75 वर्षों से एनएसएस की अखंडता और विश्वसनीयता को बनाए रखा है। इस कार्यक्रम में एनएसएस के क्षेत्रीय कर्मचारी, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, संबंधित मंत्रालयों के प्रतिनिधि, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के सेवानिवृत्त अधिकारी, राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के सदस्य, राज्य सांख्यिकी कार्यालय, शिक्षा जगत, मीडिया आदि सहित 700 प्रतिभागी शामिल हुए।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), एमओएसपीआई, राव इंद्रजीत सिंह उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत औपचारिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, जिसके बाद क्षेत्रीय कार्यालय मदुरै और क्षेत्रीय कार्यालय संबलपुर के अधिकारियों द्वारा संगीतमय जुगलबंदी प्रस्तुत की गई।
उद्घाटन भाषण देते हुए, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के सचिव डॉ. सौरभ गर्ग ने ई-सिग्मा, चैटबॉट्स और सीएपीआई जैसे डिजिटल उपकरणों को अपनाने, प्रशासनिक स्रोतों के साथ सर्वेक्षण डेटा के एकीकरण, तेजी से शहरीकरण वाले क्षेत्रों में अद्यतन नमूनाकरण फ़्रेमों की आवश्यकता और निरंतर राष्ट्रव्यापी डेटा संग्रह में सहायता करने वाले 10,000 से अधिक क्षेत्रीय कर्मचारियों की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने विकसित भारत @2047 के संदर्भ में उभरते अवसरों पर भी जोर दिया।

उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए, माननीय मंत्री ने राष्ट्र निर्माण में विश्वसनीय और समयबद्ध सांख्यिकी के महत्व पर ज़ोर दिया और 75 वर्षों में एनएसएस के योगदान की सराहना की। उन्होंने 2047 तक विकसित भारत के लिए डेटा-संचालित भविष्य को संभव बनाने में सांख्यिकीविदों और क्षेत्रीय कर्मचारियों के समर्पण के लिए उनके प्रयासों की सराहना की।
अपने संबोधन में, सुश्री गीता सिंह राठौर, महानिदेशक (एनएसएस) ने एनएसएस संचालन की विरासत और राष्ट्रव्यापी प्रभाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने दोहराया कि 75 वर्षों की यात्रा में, कैसे एनएसएस कागज़ आधारित सर्वेक्षण से सीएपीआई तक पहुंचा।
माननीय मंत्री ने समारोह के दौरान कई प्रमुख प्रकाशनों और पहलों का विमोचन किया। इनमें कॉफी टेबल बुक "शुरुआत से नवाचार तक: एनएसएस की कहानी", जो संगठन के 75 वर्षों के विकास का वृत्तांत प्रस्तुत करती है; "संख्याओं के पीछे की कहानियां - एफओडी की पत्रिका", जिसमें एनएसएस कर्मचारियों के रचनात्मक कार्य शामिल हैं; और एनएसएस की 75 वर्षों की यात्रा और शोधकर्ताओं के योगदान को याद करते हुए एक विशेष सर्वेक्षण अनुपूरक शामिल है। आईएसआईसी संशोधन 5 के अनुरूप और उभरते क्षेत्रों को दर्शाते हुए अद्यतन राष्ट्रीय औद्योगिक वर्गीकरण (एनआईसी) 2025 का भी शुभारंभ किया गया। माननीय मंत्री ने डेटा इनोवेशन लैब पोर्टल का भी अनावरण किया, जो एआई/एमएल उपयोग के मामलों, पायलट टूल्स और सहयोगी संसाधनों के माध्यम से आधिकारिक सांख्यिकी में नवाचार को बढ़ावा देने वाला एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है।

माननीय मंत्री ने राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, एमओएसपीआई का गान (एंथम) भी जारी किया, जिसे प्रसिद्ध गायक और संगीतकार श्री शंकर महादेवन ने गाया था, जिसमें सटीकता, पारदर्शिता और साक्ष्य-आधारित नीति निर्माण के मूल्यों का जश्न मनाया गया।
कार्यक्रम के दौरान, पूरे भारत में एनएसएस परिवार की रचनात्मकता, विविधता और साझा भावना को प्रदर्शित करते हुए जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

इस खंड की शुरुआत एक वीडियो संकलन के साथ हुई, जिसमें वर्ष भर चलने वाले इस समारोह के दौरान देश भर में आयोजित प्रमुख गतिविधियों को दर्शाया गया, जिनमें 19वां सांख्यिकी दिवस, स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी करना और क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा विभिन्न आउटरीच और सहभागिता पहल शामिल हैं। पटना, शिलांग, शिमला, गंगटोक, अजमेर, बर्दवान और तिरुवनंतपुरम के क्षेत्रीय कार्यालयों ने विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों का प्रदर्शन करके दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
पूर्व महानिदेशक श्री एस. एल. मेनारिया द्वारा संचालित "एनएसएस सर्वेक्षणों में डेटा संग्रह की कहानियां" विषय पर एक पैनल चर्चा आयोजित की गई, जिसमें एक सरपंच, एक गिरदावर और एक उद्योगपति शामिल थे। इसमें शासन, प्रशासन और उद्योग में विश्वसनीय डेटा की भूमिका पर दृष्टिकोणों पर चर्चा की गई।
विश्व सांख्यिकी दिवस हर पांच साल में 20 अक्टूबर को विश्व स्तर पर मनाया जाता है। इस वैश्विक दिवस के उपलक्ष्य में, एनएसओ और सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने भी आज विश्व सांख्यिकी दिवस मनाया। क्षेत्रीय संचार रणनीति में सुधार और चुनौतियों पर एक सत्र आयोजित किया गया। 2024 के आधार वर्ष में सीपीआई संशोधन के लिए विकसित नए सीएपीआई एप्लिकेशन पर एक और सत्र किया गया, जिसमें सुरक्षित एकल-लॉगिन पहुंच, भूमिका-आधारित जांच मॉड्यूल, जियो-टैग्ड आउटलेट और मूल्य आंकड़ों (प्राइस डेटा) की सटीकता, पर्यवेक्षण और समयबद्धता बढ़ाने के उद्देश्य से बेहतर फिल्टरिंग विकल्प जैसी विशेषताओं को रेखांकित किया गया।
इस कार्यक्रम ने भारत में आधिकारिक सांख्यिकी की गुणवत्ता, सत्यनिष्ठाऔर उपयोगिता को बनाए रखने और उसे आगे बढ़ाने के लिए एनएसओ और सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
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पीके/केसी/एमपी
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