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ताशकंद के पहाड़ों से लेकर स्लोवाकिया के सुदूर गांवों तक, इफ्फी  56 में मनमोहक मानवीय कहानियां सिल्वर स्क्रीन पर


उज्बेक और स्लोवाक सिनेमा स्मृति और विस्थापन पर आधारित मानवीय कहानियों को उजागर करते हैं

56वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) वैश्विक सिनेमा की विविधतापूर्ण प्रस्तुति जारी रखे हुए है इसमें दुनिया भर की सशक्त कहानियां प्रदर्शित की जा रही हैं। ध्यान आकर्षित करने वाली अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में उज्बेक फिल्म "इन परस्यूट ऑफ स्प्रिंग" और स्लोवाक फिल्म "फ्लड" शामिल हैं।

आज आयोजित एक प्रेस वार्ता में दोनों फिल्मों के निर्देशकों, निर्माताओं और अभिनेताओं ने अपनी फिल्म निर्माण यात्रा के बारे में जानकारी साझा की।

स्लोवाक फिल्म "फ्लड" की निर्माता, कैटरीना क्रनाकोवा ने बताया कि यह फिल्म एक जलाशय के निर्माण के लिए एक गांव के विस्थापन पर आधारित है। स्लोवाकिया के माजोवा क्षेत्र में फिल्माई गई इस फिल्म के लगभग 80 प्रतिशत कलाकार रूथेनियन अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य हैं। उन्होंने यह भी कहा, "इस फ़िल्म ने रूथेनियन समुदाय को बड़े पर्दे पर अपनी भाषा में अभिनय करने का एक दुर्लभ अवसर प्रदान किया।"

अर्जेंटीना के एक फिल्म समारोह में अपनी शुरुआत के बाद, फ्लड का दूसरा विश्वव्यापी प्रीमियर इफ्फी गोवा में हुआ। टीम उस परियोजना से प्रभावित समुदायों के जीवन पर पड़ने वाले वास्तविक प्रभाव पर आधारित एक विशेष स्क्रीनिंग की योजना बना रही है, जिस पर यह फिल्म आधारित है।

प्रेस वार्ता में उज्बेक फिल्म "इन परस्यूट ऑफ स्प्रिंग" का प्रतिनिधित्व निर्देशक अयूब शखोबिद्दीनोव और मुख्य अभिनेत्री फरीना जुमाविया ने किया। फिल्म का परिचय देते हुए, निर्देशक ने बताया कि यह फिल्म अपनी नायिका राहत शुकुरोवा के सफर पर आधारित है, जो दर्दनाक यादों और लंबे समय से दबे रहस्यों का सामना करती है। उन्होंने बताया, "जैसे-जैसे अतीत फिर से उभरता है, राहत को खुद से सुलह करने के लिए पुराने जख्मों और छिपी सच्चाइयों से गुजरना पड़ता है।"

हालांकि यह फिल्म उज्बेकिस्तान में सोवियत काल के अंतिम वर्षों की पृष्ठभूमि पर आधारित है, फिर भी इसके विषय और भावनात्मक संघर्ष आज भी प्रासंगिक हैं। अपनी ओर से प्रशंसा करते हुए, निर्देशक ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) फिल्म निर्माताओं को अपना काम प्रदर्शित करने और वैश्विक नेटवर्क बनाने के लिए एक मूल्यवान अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करता है। उन्होंने यह भी कहा, "हमें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) का हिस्सा बनकर खुशी हो रही है।"

सारांश : इन पर्स्यूट ऑफ स्प्रिंग

ताशकंद की रहने वाली राहत शुकुरोवा को अपने अतीत के किसी व्यक्ति की मृत्यु का पता चलता है और वह सुदूर पहाड़ी गांव अर्चाली लौट आती है, जहां वह कभी शिक्षिका के रूप में काम करती थी। दशकों पहले, सोवियत काल के दौरान, एक कांड ने उसकी जिंदगी को तहस-नहस कर दिया था, जिसके कारण उसे अपमान और निर्वासन का सामना करना पड़ा था। अब, अर्चाली वापस आई और उसे दर्दनाक यादों और लंबे समय से दबे रहस्यों का सामना करना पड़ता है। जैसे-जैसे अतीत फिर से उभरता है, राहत को पुराने जख्मों और छिपी सच्चाइयों से जूझते हुए, खुद से सुलह करने की कोशिश करनी पड़ती है।

सारांश: फ्लड

मारा की गृह घाटी के गांवों का भविष्य नए जलाशय परियोजना के कारण अनिश्चित है और ग्रामीण धीरे-धीरे अपने घर छोड़ने को मजबूर हैं। मारा ग्रामीण इलाकों को छोड़कर शहर में पढ़ाई करना चाहती है लेकिन उसके पिता, जो एक रूथेनियन किसान हैं, उसे पारिवारिक जमीन से बांधे रखते हैं इसे वह अंत निकट आने के बावजूद छोड़ने को तैयार नहीं हैं। मारा खुद को गांव के समुदाय के केंद्र में पाती है, जो ढहते इंफ्रास्ट्रक्चर, अधिकारियों के छिपे हुए आतंक और आने वाली बाढ़ से जूझ रहा है।

प्रेस वार्ता का लिंक:

इफ्फी के बारे में

1952 में स्थापित, भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) दक्षिण एशिया में सिनेमा के सबसे पुराने और सबसे बड़े उत्सव के रूप में प्रतिष्ठित है। भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) और गोवा सरकार के तहत एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा (ईएसजी) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित यह महोत्सव एक वैश्विक सिनेमाई महाशक्ति के रूप में विकसित हो गया है। यहां पुनर्स्थापित क्लासिक फिल्में साहसिक प्रयोगों से मिलती हैं और दिग्गज कलाकार निडर पहली बार आने वाले कलाकारों के साथ मंच साझा करते हैं। इफ्फी को वास्तव में शानदार बनाने वाला इसका अद्भुत सम्मिश्रण है, यानी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक प्रदर्शन, मास्टरक्लास, श्रद्धांजलि और ऊर्जावान वेव्स फिल्म बाजार, जहां विचार, सौदे और सहयोग उड़ान भरते हैं। 20 से 28 नवंबर तक गोवा की आश्चर्यजनक तटीय पृष्ठभूमि में आयोजित, 56वां इफ्फी भाषाओं, शैलियों, नवाचारों और आवाजों की एक चकाचौंध श्रृंखला का वादा करता है

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