शिक्षा मंत्रालय
सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 1.92 करोड़ से अधिक स्कूली छात्र प्रोजेक्ट वीर गाथा 5.0 में शामिल
प्रविष्टि तिथि:
24 NOV 2025 5:40PM by PIB Delhi
सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 1.92 करोड़ से अधिक स्कूली छात्रों ने प्रोजेक्ट वीर गाथा 5.0 में उत्साहपूर्वक भाग लिया है। छात्रों ने सशस्त्र बलों के अधिकारियों और कर्मियों की वीरता और बलिदान के सम्मान में कविताएं, पेंटिंग, निबंध, वीडियो आदि प्रस्तुत किए। छात्रों को भारत के महान योद्धाओं, जैसे कलिंग के राजा खारवेल, पृथ्वीराज चौहान, छत्रपति शिवाजी महाराज, 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के योद्धाओं और आदिवासी विद्रोह के अधिनायकों आदि के अदम्य साहस और सैन्य रणनीतियों को जानने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया।
2021 में शुरू की गई परियोजना "वीर गाथा" का उद्देश्य वीरता पुरस्कार विजेताओं की प्रेरक जीवन गाथाओं का प्रसार करना और छात्रों में देशभक्ति की भावना का संचार करना है। यह पहल छात्रों को वीरता पुरस्कार विजेताओं के वीरतापूर्ण कार्यों को प्रदर्शित करने के लिए एक रचनात्मक मंच प्रदान करती है, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दृष्टिकोण के अनुरूप है। यह नीति रटने की बजाय अनुभवात्मक और परियोजना-आधारित शिक्षा पर ज़ोर देती है।
परियोजना के चार संस्करण क्रमशः 2021, 2022, 2023 और 2024 में सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं। परियोजना वीर गाथा 5.0 के अंतर्गत निम्नलिखित गतिविधियां चलाई गई हैं:
स्कूल स्तर पर गतिविधियां:
स्कूलों ने 08.09.2025 से 10.11.2025 तक विभिन्न परियोजनाएं और गतिविधियां आयोजित कीं और प्रत्येक स्कूल से चार सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियां मायगोव पोर्टल पर अपलोड कीं।
इसके साथ ही, वीर नायकों और गुमनाम कहानियों के बारे में छात्रों के ज्ञान को समृद्ध करने के लिए, रक्षा मंत्रालय ने सेना, नौसेना और वायु सेना के अपने क्षेत्रीय संगठनों के माध्यम से देश भर के स्कूलों के लिए वर्चुअल बैठकें और आमने-सामने जागरूकता सत्र आयोजित किए।
शुरुआत से ही इस परियोजना में भागीदारी में लगातार वृद्धि देखी गई है:
• संस्करण 1 में 8.03 लाख छात्र
• संस्करण 2 में 19.5 लाख छात्र
• संस्करण 3 में 1.36 करोड़ छात्र
• संस्करण 4 में 1.76 करोड़ छात्र
• संस्करण 5 में 1.92 करोड़ छात्र
एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में, प्रोजेक्ट वीर गाथा 5.0 का विस्तार राष्ट्रीय सीमाओं से परे हो गया है। विदेशों में भारतीय स्कूलों के छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी जा रही है। यह अंतर्राष्ट्रीय जुड़ाव, वैश्विक प्रवासी भारतीयों को भारत के वीरता पुरस्कार विजेताओं की प्रेरक कहानियों से जोड़ने में इस परियोजना के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है, जिससे राष्ट्र के साहस, बलिदान और देशभक्ति के मूल्यों के साथ उनका जुड़ाव और मज़बूत होता है।
इस वर्ष के आयोजन को और भी प्रेरणा देते हुए, भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के टेस्ट पायलट, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने एक प्रेरक भाषण दिया और छात्रों के लिए एक विशेष वीडियो संदेश साझा किया। उनके संदेश ने युवा प्रतिभागियों को उत्कृष्टता प्राप्त करने, समर्पण के साथ राष्ट्र की सेवा करने और वीर गाथा पहल में निहित वीरता और सुदृढ़ता के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
संस्करण 1 और 2 के दौरान, 25 राष्ट्रीय विजेताओं (सुपर 25) का चयन किया गया और शिक्षा मंत्रालय तथा रक्षा मंत्रालय ने नई दिल्ली में इनका संयुक्त रूप से सम्मान किया। संस्करण 3.0 और 4.0 में, 100 राष्ट्रीय विजेताओं (सुपर 100) का चयन किया गया। इस वर्ष भी, प्रोजेक्ट वीर गाथा 5.0 के अंतर्गत, एनईपी 2020 के 5+3+3+4 पाठ्यक्रम और शैक्षणिक संरचना के अनुसार 100 राष्ट्रीय विजेताओं का चयन किया जाएगा:
• प्रारंभिक चरण – 25 विजेता
• मध्य चरण – 25 विजेता
• माध्यमिक चरण - कक्षा 9-10 और कक्षा 11-12 से प्रत्येक में 25 विजेता
उनके सम्मान समारोह का आयोजन शिक्षा मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय नई दिल्ली में संयुक्त रूप से करेगा। प्रत्येक राष्ट्रीय विजेता को 10,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, 739 जिलों से 2,956 विजेता (प्रति प्रतिभागी जिले से चार विजेता) और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से 288 विजेता (प्रति राज्य/केंद्र शासित प्रदेश से आठ विजेता) होंगे। ऐसे सभी विजेताओं का सम्मान उनके संबंधित जिला और राज्य/केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन करेगा।
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पीके/केसी/एके/एसके
(रिलीज़ आईडी: 2193690)
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