पर्यटन मंत्रालय
नालंदा को विकसित करने का प्रस्ताव
प्रविष्टि तिथि:
01 DEC 2025 3:36PM by PIB Delhi
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि पर्यटन स्थलों और उत्पादों का विकास और संवर्धन मुख्य रूप से संबंधित राज्य सरकार/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा किया जाता है। बिहार में प्रमुख तीर्थ स्थलों को विकसित करने संबंधी केंद्रीय बजट घोषणा 2024-25 को लेकर जुलाई, 2025 में बिहार सरकार के साथ एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें वहां की सरकार से नालंदा के लिए गंतव्य रणनीति और विकास योजना देने का अनुरोध किया गया।
पर्यटन मंत्रालय अपनी केंद्रीय योजनाओं 'स्वदेश दर्शन और स्वदेश दर्शन द्वितीय चरण, स्वदेश दर्शन योजना की एक उप-योजना 'चुनौती आधारित गंतव्य विकास योजना-सीबीडीडी और 'तीर्थयात्रा पुनरुद्धार और आध्यात्मिक विरासत संवर्धन अभियान-प्रसाद' द्वारा योजना दिशानिर्देशों के समन्वय से राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों को वित्तीय सहायता प्रदान कर परियोजना प्रस्तावों, धन की उपलब्धता आदि द्वारा देश में पर्यटन बुनियादी ढांचे के विकास के प्रयासों में पूरक सहायता प्रदान करता है।
इसके अलावा, केंद्र सरकार ने राज्यों को वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित पर्यटन केंद्रों विकसित करने के लिए विशेष निवेश-एसएएससीआई के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में बिहार सहित देश के 23 राज्यों में 3295.76 करोड़ रुपये की लागत की 40 परियोजनाओं को स्वीकृति दी है। इसका प्राथमिक उद्देश्य देश में प्रसिद्ध पर्यटन केंद्रों का व्यापक रूप से विकसित करना तथा वैश्विक स्तर पर उनकी ब्रांडिंग और प्रचार करना है।
बिहार में 'स्वदेश दर्शन, स्वदेश दर्शन द्वितीय चरण, प्रसाद, सीबीडीडी और एसएएससीआई योजनाओं के अंतर्गत स्वीकृत परियोजनाओं का विवरण संलग्न है।
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अनुलग्नक
(i) बिहार राज्य में स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत स्वीकृत परियोजनाओं का विवरण:
(राशि करोड़ रुपये में )
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क्रम
सं.
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सर्किट / स्वीकृति वर्ष
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परियोजना का नाम
|
स्वीकृत लागत
|
-
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तीर्थंकर सर्किट
2016-17
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वैशाली-आरा-मसद-पटना-राजगीर-पावापुरी-चंपापुरी का विकास
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33.96
|
-
|
आध्यात्मिक परिपथ
2016-17
|
कांवरिया मार्ग का विकास: सुल्तानगंज – धर्मशाला – देवघर
|
44.76
|
-
|
बौद्ध परिपथ
2016-17
|
बौद्ध परिपथ का विकास - बोधगया में सम्मेलन केंद्र का निर्माण
|
95.18
|
-
|
ग्रामीण परिपथ
2017-18
|
भितिहरवा-चंद्रहिया-तुरकौलिया का विकास
|
44.27
|
-
|
आध्यात्मिक सर्किट
2017-18
|
मंदार पर्वत और अंग प्रदेश का विकास
|
44.55
|
(ii) बिहार में स्वदेश दर्शन द्वितीय चरण योजना के अंतर्गत स्वीकृत परियोजनाओं का विवरण :
(राशि करोड़ रुपये में )
|
क्र. सं.
|
स्वीकृति का वर्ष
|
गंतव्य
|
अनुभव का नाम
|
स्वीकृत लागत
|
|
1
|
2024-25
|
बोधगया
|
बौद्ध ध्यान एवं अनुभव केंद्र, बोधगया का विकास
|
165.44
|
- बिहार में चुनौती आधारित गंतव्य विकास (सीबीडीडी) योजना के अंतर्गत स्वीकृत परियोजनाओं का विवरण:
(राशि करोड़ रुपये में )
|
क्रम सं.
|
स्वीकृति वर्ष
|
परियोजना का नाम
|
श्रेणी
|
स्वीकृत लागत
|
|
1
|
2024-25
|
सोनपुर मेला मैदान, सारण में पर्यटक सुविधाओं का विकास
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संस्कृति और विरासत
|
24.29
|
(iv) बिहार में पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता (एसएएससीआई) योजना के अंतर्गत स्वीकृत परियोजना का विवरण :
(राशि करोड़ रुपये में )
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क्रम संख्या
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स्वीकृति वर्ष
|
परियोजना का नाम
|
स्वीकृत लागत
|
|
1
|
2024-25
|
सहरसा में मत्स्यगंधा झील का विकास
|
97.61
|
|
2.
|
2024-25
|
करमचट में इको-टूरिज्म और एडवेंचर हब
|
49.51
|
(v) बिहार में तीर्थयात्रा पुनरुद्धार और आध्यात्मिक विरासत संवर्धन अभियान (प्रसाद) योजना के अंतर्गत स्वीकृत परियोजना का विवरण:
(राशि करोड़ रुपये में )
|
क्रम
संख्या
|
परियोजना का नाम
|
स्वीकृति वर्ष
|
स्वीकृति राशि
|
|
1
|
पटना साहिब में विकास
|
2015-16
|
29.62
|
|
2.
|
गया में विष्णुपद मंदिर के पास बुनियादी सुविधाओं का विकास
|
2014-15
|
3.63
|
|
3.
|
सारण में अंबिका भवानी मंदिर का विकास
|
2024-25
|
13.29
|
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पीके/केसी/एकेवी/जीआरएस
(रिलीज़ आईडी: 2197085)
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