ग्रामीण विकास मंत्रालय
नारी ही नारायणी—भारत को वैश्विक नेतृत्व दिलाने की शक्ति महिलाओं में ही निहित: श्री शिवराज सिंह चौहान
अब तक दो करोड़ से अधिक महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं और लक्ष्य तीन करोड़ तक पहुंचाने का है : श्री शिवराज सिंह चौहान
सरस आजीविका फूड फेस्टिवल 2025: स्वाद, संस्कृति और महिला सशक्तिकरण का संगम
62 स्टॉलों पर 25 राज्यों की 300 से अधिक लखपति दीदियों ने सजाया देशी स्वाद का महाकुंभ
तंदूरी चाय से लेकर हिलसा फिश तक, 500 से अधिक व्यंजनों ने खींचा दिल्लीवासियों का स्वाद ध्यान
9 दिसंबर तक सुंदर नर्सरी में चलेगा देशी व्यंजनों और ग्रामीण उद्यमिता का उत्सव
प्रविष्टि तिथि:
01 DEC 2025 12:50PM by PIB Delhi
केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के सुंदर नर्सरी में आयोजित सरस आजीविका फूड फेस्टिवल 2025 का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी भी उपस्थित रही। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस आयोजन को भारतीय संस्कृति के विविध रंगों और महिला सशक्तिकरण के जीवंत उदाहरण के रूप में वर्णित किया। उन्होंने कहा कि भारत अनेक भाषाओं, वेश-भूषाओं और खान-पान की विविधताओं के बावजूद एक राष्ट्र रूप में एकजुट है, और यह फूड फेस्टिवल उसी सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है।
श्री चौहान ने बताया कि देश भर से आईं स्वयं सहायता समूहों की लखपति दीदियों ने अपने-अपने राज्यों के स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ 62 स्टॉल लगाए हैं, जिनमें से 50 लाइव फूड स्टॉल और 12 प्राकृतिक खाद्य पदार्थों के स्टॉल हैं। उन्होंने तंदूरी चाय का स्वाद चखने के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि पारंपरिक व्यंजनों में नयापन और रचनात्मकता देखने को मिल रही है। मंत्री ने देशवासियों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में फेस्टिवल में पहुंचकर महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करें।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने का अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है। अब तक दो करोड़ से अधिक महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं और लक्ष्य तीन करोड़ तक पहुंचाने का है। उन्होंने कहा कि महिलाएं आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से सशक्त हो रही हैं और देश को विश्व में अग्रणी बनाने में निर्णायक भूमिका निभाएंगी।
उद्घाटन कार्यक्रम में ग्रामीण विकास विभाग के अपर सचिव टी. के. शिवकुमार, संयुक्त सचिव स्वाति शर्मा और स्मृति शरण भी उपस्थित रहे। यह फूड फेस्टिवल 9 दिसंबर 2025 तक चलेगा, जिसमें 25 राज्यों की करीब 300 से अधिक महिला उद्यमी भाग ले रही हैं। प्रतिदिन सुबह 11:30 बजे से रात 9:30 बजे तक खुला रहने वाला यह आयोजन भारतीय खान-पान की विविधता से रूबरू कराने के साथ-साथ ग्रामीण महिलाओं की उद्यमशीलता को बढ़ावा देने का भी उद्देश्य रखता है।
राजधानी व आसपास के लोग यहां हिमाचली सीडडू, तंदूरी चाय, जम्मू-कश्मीर की कलारी कुल्चा, हैदराबादी दम बिरयानी, नॉर्थ ईस्ट के मोमो, बंगाली फ्राइड फिश, राजस्थान की कैर-सांगरी, गट्टे की सब्जी, बिहार का लिट्टी-चोखा, पंजाब का सरसों का साग और मक्के की रोटी जैसे 500 से अधिक व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगे। यह आयोजन भारतीय भोजन संस्कृति की खुशबू और स्वाद के साथ महिला शक्ति के उदय का प्रतीक बनकर सामने आया है। सरस फ़ूड फ़ेस्टिवल के आयोजन में राष्ट्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज संस्थान व कुटुंब श्री भी सहयोग कर रहे है।
****
MS
(रिलीज़ आईडी: 2197441)
आगंतुक पटल : 25