जल शक्ति मंत्रालय
जल संचय जन भागीदारी अभियान की स्थिति
प्रविष्टि तिथि:
01 DEC 2025 7:11PM by PIB Delhi
सरकार ने देश में जल संरक्षण को जन आंदोलन बनाने के लिएजल संचय जन भागीदारी अभियान शुरू किया है। जल शक्ति अभियान: कैच द रेन (जेएसए: सीटीआर) अभियान के अंतर्गत 6 सितंबर 2024 को शुरू की गई जल संचय जन भागीदारी (जेएसजेबी) पहल, रूफटॉप वर्षाजल संचयन प्रणाली, रिचार्ज पिट जैसे कम लागत वाले कृत्रिम पुनर्भरण संरचनाओं का निर्माण और बंद पड़े बोरवेल को पुनर्जीवित करते हैं। जल संरक्षण में सामुदायिक और निजी क्षेत्र की भागीदारी को मज़बूत करने के लिए एक विशेष प्रयास है। सूक्ष्म स्तर पर घटते भूजल स्तर को ठीक करने के लिए एक मापनीय और टिकाऊ मॉडल के तौर पर डिज़ाइन किया गया, जेएसजेबी में भूजल को पुनः भरने में मदद करने और जल के सही इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए उन्नत निगरानी प्रणाली शामिल है।
जेएसजेबी पहल के, दिनांक 20.11.2025 तक, उत्तर प्रदेश में पूरे किए गए जल संरचनाओं की संख्या 1, 65, 720 है।
स्रोत स्थिरता के लिए जेएसजेबी पहल के तहत कृत्रिम संरचनाओं का निर्माण, मनरेगा, जिला खनिज निधि, अटल भूजल योजना, 15वें वित्त आयोग और जल जीवन मिशन जैसे कार्यक्रमों/योजनाओं को साथ मिलाकर किया जाता है।
जेएसजेबी पहल के पहले संस्करण में, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे राज्यों ने कृत्रिम जल पुनर्भरण संरचनाओं का निर्माण किया है। कुछ सफल उदाहरण हैं:
- भद्राद्री कोठागुडेम, तेलंगाना ने संयुक्त योजना और निष्पादन के माध्यम से पर्याप्त जलप्राप्त करने के लिए संपूर्ण सरकार और संपूर्ण समाज दृष्टिकोण पर जोर दिया।
- राजनंदगांव, छत्तीसगढ़ द्वारा मिशन जल रक्षा शुरू किया गया, जिसमें भूजल स्त्रोत को पुनर्जिवित करने के लिए बंद बोरवेल और ट्रेंच चैनलाइज़ेशन पर बल दिया गया।
- बाड़मेर, राजस्थान ने पारंपरिक टंका प्रणाली को पुनर्जिवित किया, जिसमें विरासत के ज्ञान को आधुनिक डिज़ाइन के साथ जोड़ा गया।
यह सूचना केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री श्री राज भूषण चौधरी द्वारा राज्यसभा में लिखित प्रश्न के उत्तर में प्रदान की गई है।
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एन. डी.
(रिलीज़ आईडी: 2197794)
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