पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय
संसद प्रश्न: हीटवेव का मानचित्रण
प्रविष्टि तिथि:
03 DEC 2025 6:54PM by PIB Delhi
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) विभिन्न भौगोलिक और सामयिक स्तरों पर हीटवेव (लू) के पूर्वानुमान और चेतावनियां प्रदान कर रहा है तथा इनकी जानकारी आपदा प्रबंधन अधिकारियों के साथ साझा करता है ताकि इससे निपटने और तैयारी की जा सके। इसके लिए आईएमडी ने एक वेब-आधारित जीआईएस (भौगोलिक सूचना प्रणाली) हीटवेव पोर्टल बनाया है, जहां इंटरैक्टिव मानचित्रों पर जिले और उपनगर स्तर पर हीटवेव की वर्तमान स्थिति और पांच दिन का पूर्वानुमान प्रदर्शित किया जाता है। आईएमडी ने हीटवेव समेत मौसम से जुड़े 13 बड़े खतरों के लिए भारत का जलवायु विपत्ति और भेद्यता एटलस भी बनाया है। यह एटलस जीआईएस आधारित वेब मंच पर उपलब्ध है, जो हर महीने और हर साल खतरे की आशंका और संवेदनशीलता का जिला स्तरीय मानचित्र प्रदान करता है और ज़्यादा खतरे की आशंका वाले हॉटस्पॉट और हीटवेव के लिए उच्च खतरा क्षमता एवं अधिक भेद्यता वाले हॉटस्पॉट की पहचान करता है।
आईएमडी अधिकतम तापमान, न्यूनतम तापमान, सापेक्षिक आर्द्रता, पवन तथा उनके सह-अस्तित्व और स्थायित्व जैसे विभिन्न मौसम संबंधी मापदंडों को ध्यान में रखते हुए रंग-कोडित प्रारूप में प्रभाव-आधारित हीटवेव पूर्वानुमान और चेतावनियां जारी करता है। हीट एक्शन प्लान और उसमें शामिल कोई भी सीमा रेखा को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) और अन्य संबंधित आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों की देखरेख में किया जाता है। आईएमडी भौगोलिक विशेषताओं—मैदानी, पहाड़ी, या तटीय केंद्रों—के अनुसार हीट वेव अलर्ट जारी करता है, ताकि क्षेत्रवार तापमान चरम सीमा को बेहतर ढंग से दर्शाया जा सके। हीट वेव और तापमान का पूर्वानुमान कई समय समय-आधारित स्तरों पर (मौसम से मासिक, उसके बाद विस्तारित अवधि और मध्यम से लघु अवधि तक) प्रदान की जाता है ताकि पूर्वानुमान आधारित और तात्कालिक प्रतिक्रिया उपायों दोनों को सुलभ बनाया जा सके। आईएमडी भारतीय रेलवे के लिए विशेष हीटवेव बुलेटिन जारी करता है, ताकि इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में संचालन संबंधी तैयारी सुनिश्चित की जा सके। हीट वेव और तापमान की जानकारी एक वेब-आधारित जीआईएस प्रणाली के जरिए प्रदान की जाती है, जिससे आंकड़े अलग-अलग क्षेत्र के हितधारकों को विशिष्ट रूप से उपयोग के लिए उपलब्ध कराया जा सके। हीट वेव बुलेटिन में एनडीएमए दिशानिर्देशों के अनुरूप सामान्यीकृत प्रभाव आकलन एवं अनुशंसित कार्रवाईयां शामिल होती हैं। क्षेत्र-विशिष्ट तापीय सीमा (जैसे स्वास्थ्य, कृषि, ऊर्जा के लिए) तैयार करना संभव है, यह उन क्षेत्र से विस्तृत प्रभाव आंकड़ा मिलने पर निर्भर करता है।
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पीके/केसी/एसएस/डीए
(रिलीज़ आईडी: 2198447)
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