अणु ऊर्जा विभाग
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संसद प्रश्न: यूरेनियम संसाधनों का संवर्धन और आपूर्ति शृंखला

प्रविष्टि तिथि: 04 DEC 2025 6:19PM by PIB Delhi

परमाणु खनिज अन्वेषण और अनुसंधान निदेशालय (एएमडी), जो परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई) की एक घटक इकाई है, को देश में यूरेनियम के खनिज संसाधनों की पहचान करने, उनका मूल्यांकन करने और उनमें वृद्धि करने का दायित्व सौंपा गया है।

घरेलू आपूर्ति में किसी प्रकार की बाधा न आए और स्वदेशी यूरेनियम संसाधनों में तीव्र वृद्धि सुनिश्चित हो सके, इसके लिए एएमडी देश के संभावित भूवैज्ञानिक क्षेत्रों में 5-वर्षीय कार्य योजना अवधि (2024-25 से 2028-29) के दौरान एकीकृत एवं बहु-विषयी अन्वेषण कर रहा है। योजनानुसार विवरण तथा यूरेनियम संसाधनों का संवर्धन निम्नानुसार है:

 

अन्वेषण गतिविधियाँ (मुख्य गतिविधियाँ)

पाँच (5) वर्षीय कार्य योजना अवधि (2024-25 से 2028-29)

 

यूरेनियम जांच

गतिविधि

लक्ष्य

उपलब्धि (सितंबर, 2025 तक)

 

1.

अन्वेषण सर्वेक्षण (वर्ग किमी)

40,000

9,289.00

2.

भू-रासायनिक सर्वेक्षण (वर्ग किमी)

25,000

5,425.00

3.

विस्तृत सर्वेक्षण (वर्ग किमी)

2,000

478.70

4.

भूतली भू-भौतिक सर्वेक्षण (वर्ग किमी)

6,000

1,676.10

               

 

 

 

5.

ड्रिलिंग

विभागीय (मीटर) [यूरेनियम + महत्वपूर्ण एवं रणनीतिक खनिज]

संविदा (मीटर)

 

5,00,000

 

8,00,000

 

1,07,578.00

 

1,75,648.20

6

यूरेनियम संसाधन का संवर्धन [टन (t) UO]

75,000

15,778

 

नए यूरेनियम युक्त स्थलों की पहचान और यूरेनियम संसाधनों में वृद्धि के लिए एएमडी देशभर में एकीकृत और बहु-विषयी अन्वेषण (जिसमें भू-भौतिकीय, भूवैज्ञानिक, भू-रासायनिक तथा रेडियोमेट्रिक सर्वेक्षण और ड्रिलिंग शामिल हैं) कर रहा है।

हाल ही में, एएमडी ने 14 राज्यों के कुछ जिलों में विभिन्न संभावित भूवैज्ञानिक क्षेत्रों में अन्वेषण के G4 से G2 चरण शुरू किए हैं।

    1. आंध्र प्रदेश: वाईएसआर कादपा, अनंतपुर, अन्नामय्या और पलनाडु जिलों के कुछ भाग
    2. कर्नाटक: यदगिरी, कलबुर्गी, बीजापुर, बेलगावी, बागलकोट और गदग जिलों के कुछ भाग।
    3. झारखंड: पूर्वी सिंगभूम, सेराइकेला-खरसावां और गढ़वा जिलों के कुछ भाग।
    4. राजस्थान: अलवर, सीकर, झुंझुनू, अजमेर, दौसा, उदयपुर, भीलवाड़ा और जैसलमेर जिलों के कुछ भाग।
    5. मध्य प्रदेश: छतरपुर, बेतूल, छिंदवाड़ा, सिधी, शहडोल और सिंगरौली जिलों के कुछ भाग।
    6. उत्तर प्रदेश: सोनभद्र जिले के कुछ भाग
    7. छत्तीसगढ़: बलरामपुर, सूरजपुर, गौरा पर्वत मण्डल (जीपीएम) और राजनंदगांव जिलों के कुछ भाग
    8. महाराष्ट्र: गोंदिया और गढ़चिरोली जिलों के कुछ भाग
    9. हरियाणा: महेंद्रगढ़ जिले के कुछ भाग
    10. अरुणाचल प्रदेश: पश्चिमी सियांग, लेपाराडा, सियांग और अपर सुबनसिरी जिलों के कुछ भाग
    11. हिमाचल प्रदेश: मंडी जिले के कुछ भाग
    12. तमिलनाडु: सेलम, एरोड़ और कोयंबटूर जिलों के कुछ भाग
    13. सिक्किम: नमची, सोरेंग, ग्याल्शिंग और गंगटोक जिलों के कुछ भाग
    14. बिहार: रोहतास जिले के कुछ भाग

अभी तक, एएमडी ने आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, मेघालय, राजस्थान, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र में स्थित 47 यूरेनियम खदानों में 4,36,700 टन (t) मूल स्‍थान पर मौज़ूद (इन सीटू) UO का आकलन किया है।

पीके/केसी/पीके


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