रेल मंत्रालय
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भारतीय रेलवे ने पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे पर 141 मार्ग किलोमीटर में हाथियों से टकराव को रोकने के लिए सक्षम कृत्रिम बुद्धिमत्ता द्वारा घुसपैठ पहचान प्रणाली तैनात की


भारतीय रेलवे में कृत्रिम बुद्धिमत्ता द्वारा घुसपैठ का पता लगाने के लिए 981 मार्ग किमी के लिए अतिरिक्त निविदाएं प्रदान की गईं

कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रणाली रेलवे पटरियों के पास हाथियों की आवाजाही के बारे में लोको पायलटों, स्टेशन मास्टरों और नियंत्रण कक्षों के लिए तत्‍क्षण सावधानी उत्पन्न करती है, जिससे समय पर निवारक कार्रवाई संभव हो पाती है

प्रविष्टि तिथि: 05 DEC 2025 3:24PM by PIB Delhi

भारतीय रेलवे (आईआर) में तकनीकी सुधार एक सतत प्रक्रिया है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित पूर्वानुमानित रखरखाव अनुप्रयोगों में से कुछ इस प्रकार हैं:

  1. भारतीय रेलवे के कुछ स्टेशनों पर सिग्नलिंग प्रणाली के कृत्रिम बुद्धिमत्ता-संचालित पूर्वानुमानित रखरखाव से संबंधित पायलट पहल की जा रही है ताकि इसकी प्रभावशीलता का मूल्यांकन किया जा सके। मापनीय परिणामों में मानक विफलता और पूर्वानुमान तर्क और अलर्ट तंत्र शामिल हैं, जिन्हें इन स्टेशनों पर परीक्षण परिणामों से प्राप्त किया जाएगा।
  2. रेलवे पटरियों पर हाथियों की उपस्थिति का पता लगाने के लिए वितरित ध्वनिक प्रणाली (डीएएस) का उपयोग करते हुए सक्षम कृत्रिम बुद्धिमत्ता घुसपैठ पहचान प्रणाली (आईडीएस) को पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के 141 मार्ग किलोमीटर खंड में लागू किया गया है और भारतीय रेलवे के 981 मार्ग किलोमीटर खंड के लिए निविदाएं प्रदान की जा चुकी हैं। यह प्रणाली लोको पायलटों, स्टेशन मास्टरों और नियंत्रण कक्षों को रेलवे पटरियों के आसपास हाथियों की आवाजाही के बारे में अलर्ट भेजने के लिए डिज़ाइन की गई है, ताकि समय पर निवारक कार्रवाई की जा सके।
    1. भारतीय रेल ने रोलिंग स्टॉक के पूर्वानुमानित रखरखाव के लिए रोलिंग स्टॉक सिस्टम (ओएमआरएस) की ऑनलाइन निगरानी, ​​व्हील इम्पैक्ट लोड डिटेक्टर (वाइल्ड) जैसी उन्नत/सुधारित प्रौद्योगिकियों को अपनाया है।
    2. जुलाई 2025 में वेसाइड मशीन विज़न आधारित निरीक्षण प्रणाली (एमवीआईएस) को शामिल करने के लिए भारतीय रेल और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (डीएफसीसीआईएल) के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह चलती ट्रेनों में लटके हुए पुर्जों या गायब घटकों का पता लगाने के लिए एक एआई/एमएल संचालित प्रणाली है।
    3. भारतीय रेल और दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के बीच स्वचालित व्हील प्रोफाइल मापन प्रणाली यह प्रणाली को लागू करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह प्रणाली ट्रेन के पहियों की प्रोफाइल का स्वचालित, गैर-संपर्क मापन करने में सक्षम है, जिससे पहियों की ज्यामिति और घिसाव का तत्‍क्षण मापन सुनिश्चित होता है।

केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

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पीके/केसी/एचएन/ओपी


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