विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
संसद प्रश्न: विज्ञान धारा योजना
प्रविष्टि तिथि:
10 DEC 2025 4:38PM by PIB Delhi
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग मेधावी युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रहा है, ताकि वे महाविद्यालय व विश्वविद्यालय स्तर पर बुनियादी तथा प्राकृतिक विज्ञानों का अध्ययन कर सकें और इंजीनियरिंग, चिकित्सा, कृषि, पशु चिकित्सा विज्ञान सहित अन्य बुनियादी एवं अनुप्रयुक्त विज्ञान क्षेत्रों में अनुसंधान करियर अपना सकें। इनमें इनोवेशन इन साइंस पर्सूट फॉर इंस्पायर्ड रिसर्च (इंस्पायर) - मिलियन माइंड्स ऑगमेंटिंग नेशनल एस्पिरेशन एंड नॉलेज (मानक); इंस्पायर स्कॉलरशिप फॉर हायर एजुकेशन (शी) और विज्ञान ज्योति कार्यक्रम शामिल हैं। ये गतिविधियां युवा प्रतिभाओं को विज्ञान में करियर बनाने, नवाचार और अनुसंधान की दिशा में प्रेरित करने तथा राष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास पारिस्थितिकी तंत्र को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से संचालित की जा रही हैं। इन विज्ञान धरा कार्यक्रमों का अंतिम लक्ष्य देश के अनुसंधान एवं विकास आधार का विस्तार करना है।
इंस्पायर मानक (मिलियन माइंड्स ऑगमेंटिंग नेशनल एस्पिरेशन एंड नॉलेज) योजना को निम्नलिखित उद्देश्यों के साथ लागू किया गया है: (i) युवा छात्रों को विज्ञान का अध्ययन करने और अनुसंधान कैरियर को आगे बढ़ाने के लिए आकर्षित करना (ii) रचनात्मक सोच को बढ़ावा देना और उनमें नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देना। इंस्पायर मानक योजना का उद्देश्य 10-17 वर्ष की आयु वर्ग के उन युवा छात्रों को लक्षित करना है जो कक्षा VI से XII में पढ़ रहे हैं। देश के सभी विद्यालय, जो जिला/राज्य शिक्षा प्राधिकरणों द्वारा मान्यता प्राप्त हैं, चाहे सरकारी हों अथवा निजी, सहायता प्राप्त हों या गैर-सहायता प्राप्त, केंद्र सरकार द्वारा संचालित हों अन्यथा राज्य सरकार या स्थानीय निकायों द्वारा संचालित हों और जिनमें कक्षा 6 से 12 तक की कक्षाएं हैं, वित्तीय वर्ष के दौरान अपने विद्यालयों से 5 विद्यार्थियों को नामांकित करने के पात्र हैं। नामांकन विभाग द्वारा वर्ष की विशिष्ट अवधि के दौरान ई-एमआईएएस पोर्टल (www.inspireawards-dst.gov.in) पर ऑनलाइन माध्यम से आमंत्रित किए जाते हैं।
नामांकन प्रक्रिया में छात्रों की बुनियादी जानकारी, बैंक खाता विवरण, साथ ही प्रस्तावित मॉडल/परियोजना का संक्षिप्त विचार/सारांश प्रस्तुत करना शामिल है। विद्यार्थियों द्वारा दिए गए विचार के आधार पर इन ऑनलाइन नामांकनों की जांच की जाती है और चयनित विद्यार्थियों को परियोजना/मॉडल तैयार करने/विचार प्रदर्शित करने व जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रदर्शनियों में भाग लेने के लिए 10,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्राप्त होती है। इस योजना के तहत वित्तीय सहायता सीधे लाभ हस्तांतरण के माध्यम से छात्रों के बैंक खातों में हस्तांतरित की जा रही है।
उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति (एसएचई) का उद्देश्य छात्रवृत्ति प्रदान करके और अग्रणी शोधकर्ताओं के साथ ग्रीष्मकालीन कार्यशाला के माध्यम से मार्गदर्शन देकर प्रतिभाशाली युवाओं को विज्ञान-प्रधान कार्यक्रमों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करने की दर को बढ़ाना है। यह योजना 17-22 वर्ष की आयु वर्ग के प्रतिभाशाली युवाओं को प्राकृतिक व मूलभूत विज्ञानों में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर की शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रति वर्ष 0.80 लाख रुपये की दर से 12,000 छात्रवृत्तियां प्रदान करती है।
विज्ञान ज्योति कार्यक्रम मेधावी स्कूली छात्राओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह मुख्य रूप से कक्षा 9 से 12 तक की छात्राओं, विशेषकर कम प्रतिनिधित्व वाले क्षेत्रों की छात्राओं को लक्षित करता है, ताकि स्टेम शिक्षा तथा करियर में लैंगिक असमानता को कम किया जा सके। यह कार्यक्रम छात्राओं में आत्मविश्वास, नेतृत्व कौशल एवं संचार क्षमता विकसित करने पर भी ध्यान केंद्रित करता है, जिससे वे शैक्षणिक और सामाजिक रूप से उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें। विद्यालय स्तर पर प्रतिभाओं का पोषण करके, विज्ञान ज्योति भविष्य की महिला वैज्ञानिकों की श्रृंखला तैयार करने, स्टेम में लैंगिक समानता बढ़ाने और छात्राओं को उच्च शिक्षा तथा अनुसंधान करियर के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इन विज्ञान धारा योजनाओं के तहत वित्त पोषित छात्रवृत्ति/परियोजनाओं की सफलता का मूल्यांकन करने के लिए प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों का उपयोग किया जा रहा है।
इंस्पायर मानक कार्यक्रम के मूल्यांकन के प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों में विचारों की नवीनता के साथ-साथ विद्यार्थियों की विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अनुसंधान एवं नवाचार क्षमता शामिल है। देश भर से विभिन्न पृष्ठभूमियों के छात्रों से नामांकन प्राप्त होते हैं और बड़ी संख्या में भाग लेने वाले छात्र विद्यालयों तथा शिक्षार्थियों के बीच व्यापक सहभागिता को दर्शाते हैं। प्रति वर्ष लगभग दस लाख विचार इस कार्यक्रम में प्राप्त होते हैं। इन विचारों की नवीनता, मौलिकता और नवाचार के आधार पर कठोर स्क्रीनिंग की जाती है। चयनित प्रस्तुतियों में से लगभग 50,000 विद्यार्थियों को जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर तीन स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिलता है। इसके अलावा, राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित विद्यार्थियों को प्रोटोटाइप विकास और संभावित व्यावसायीकरण के लिए मार्गदर्शन व सहायता भी प्रदान की जाती है, जिससे उनके नवाचार को व्यावहारिक रूप में विकसित करने में मदद मिलती है।
इंस्पायर-शी कार्यक्रम के मूल्यांकन के प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों में उन छात्रों का चयन शामिल है जो अपने संबंधित केंद्रीय या राज्य बोर्डों में शीर्ष 1% रैंक में आते हैं। छात्रवृत्ति जारी रखने के लिए विद्यार्थियों को लगातार उच्च अकादमिक प्रदर्शन बनाए रखना आवश्यक है, जिसमें प्रत्येक वर्ष कम से कम प्रथम श्रेणी (60% अंक) प्राप्त करना शामिल है। इसके अतिरिक्त, विद्यार्थियों को देश भर के किसी भी प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान में शोध करने के लिए 6-8 सप्ताह की अल्पकालिक ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इन शोध परियोजनाओं का मूल्यांकन संबंधित शोध पर्यवेक्षकों द्वारा किया जाता है और सफल समापन पर विद्यार्थियों को मार्गदर्शन सहायता प्रदान की जाती है। प्रत्येक वर्ष लगभग 4000 शोधार्थियों को इस मार्गदर्शन सहायता के माध्यम से अपने शोध को सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद मिलती है। इस प्रकार, इंस्पायर-शी ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए अकादमिक और शोध प्रतिभाओं का एक बड़ा समूह तैयार किया है।
विज्ञान ज्योति कार्यक्रम उच्च शिक्षा और अनुसंधान में महिलाओं के अल्प प्रतिनिधित्व को दूर करने और विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम ) में लड़कियों की भागीदारी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस कार्यक्रम के तहत विद्यार्थी-अभिभावक परामर्श, रोल मॉडल से संवाद, आईआईटी, एनआईटी, सीएसआई जैसी प्रतिष्ठित प्रयोगशालाओं का दौरा, स्टेम सत्र, प्रायोगिक गतिविधियां और संसाधन वितरण जैसे उपाय शामिल हैं, जिन्होंने लड़कियों की स्टेम में रुचि को काफी बढ़ाया है। व्यावहारिक प्रायोगिक गतिविधियों ने उनके वैचारिक समझ को सुदृढ़ किया है, जबकि शैक्षणिक सहायता सत्रों ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी को सशक्त किया है। इसके अतिरिक्त, वैज्ञानिकों और स्टेम विशेषज्ञों द्वारा प्रदान किया गया मार्गदर्शन लड़कियों को स्टेम क्षेत्रों में भविष्य के करियर की कल्पना करने और अनुसंधान में कदम रखने के लिए प्रेरित करता है।
विज्ञान धारा की योजनाएं विज्ञान एवं अनुसंधान में हाशिए पर पड़े तथा अल्पप्रतिनिधित्व वाले समूहों को ध्यान में रखती हैं और इसका विवरण इस प्रकार है:
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वित्त वर्ष
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इंस्पायर मानक
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इंस्पायर-शी
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विज्ञान ज्योति
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एससी
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एसटी
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महिला
|
एससी
|
एसटी
|
महिला
|
एससी
|
एसटी
|
महिला
|
|
2022-23
|
6614
|
4051
|
22150
|
621
|
153
|
5025
|
3470
|
3285
|
17859
|
|
2023-24
|
7767
|
4461
|
22687
|
622
|
105
|
4725
|
4823
|
3261
|
23149
|
|
2024-25
|
8803
|
4692
|
26127
|
881
|
143
|
5784
|
5961
|
3950
|
29437
|
| |
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पीके/केसी/एनके/डीए
(रिलीज़ आईडी: 2201849)
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