सूचना और प्रसारण मंत्रालय
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सरकार ने प्रसार भारती के माध्यम से आपदा संबंधी चेतावनियों और कल्याणकारी योजनाओं के लिए अंतिम छोर तक पहुंच को मजबूत किया


अब मल्टीमीडिया के माध्यम से क्षेत्रीय भाषाओं में भी नागरिकों को आपदा संबंधी चेतावनियां भेजी जा रही हैं

वेव्स ओटीटी, डीडी फ्रीडिश और आकाशवाणी के माध्यम से ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्रों में कल्याणकारी योजनाओं की पहुंच का विस्तार किया गया है

प्रविष्टि तिथि: 10 DEC 2025 4:03PM by PIB Delhi

सरकार विशेष रूप से ग्रामीण, दूरस्थ और सीमावर्ती क्षेत्रों में कल्याणकारी योजनाओं, जन सलाहों और आपदा संबंधी सूचनाओं के प्रसार के महत्व को समझती है। सरकार अपने सार्वजनिक प्रसारक प्रसार भारती (दूरदर्शन और आकाशवाणी) के माध्यम से एफएम/माइक्रोवायर/सॉल्व रेडियो नेटवर्क, स्थलीय टीवी ट्रांसमीटर, डीडी फ्रीडिश, डिजिटल प्लेटफॉर्म और मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग करके व्यापक पहुंच सुनिश्चित करती है।

गृह मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने आपदा चेतावनियों के भौगोलिक रूप से लक्षित प्रसार के लिए कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (सीएपी) आधारित एकीकृत चेतावनी प्रणाली लागू की है। ये चेतावनियां एसएमएस, मोबाइल ऐप, सचेत पोर्टल, गगन/नैविक सैटेलाइट टर्मिनल और आरएसएस फीड के माध्यम से क्षेत्रीय भाषाओं में जारी की जाती हैं।

इसके अतिरिक्त, एनडीएमए इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया, क्षेत्रीय भाषा की सामग्री, आउटरीच वैन और नुक्कड़ नाटकों का उपयोग करके व्यापक जागरूकता पहलों के माध्यम से सामुदायिक तैयारियों को मजबूत कर रहा है।

अंतिम छोर तक सूचना पहुंचाने की प्रक्रिया को और मजबूत करने के लिए सरकार ने निम्नलिखित उपाय किए हैं:

  1. डीडी फ्रीडिश के माध्यम से विस्तार: डायरेक्ट टू होम (डीटीएच) प्लेटफॉर्म जो ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्रों सहित पूरे देश में कवरेज प्रदान करता है। इस पर दूरदर्शन के सभी चैनल, आकाशवाणी के 48 चैनल, चुनिंदा निजी चैनल और 260 से अधिक शैक्षिक चैनल उपलब्ध हैं।

 

  • II. जन सूचना पर केंद्रित कार्यक्रम: दूरदर्शन और डीडी न्यूज़ दैनिक बुलेटिन और 'चर्चा में', 'आपदा का सामना', 'कैबिनेट के बड़े फैसले' और 'साइबर अलर्ट' जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से सरकारी योजनाओं और आपदा संबंधी सलाहों पर विशेष कार्यक्रम, वृत्तचित्र और रिपोर्ट प्रसारित करते हैं।
  1. डिजिटल पहुंच को मजबूत करना: प्रसार भारती सूचना प्रसारित करने के लिए अपने सोशल मीडिया का उपयोग करता है। 260 से अधिक आकाशवाणी स्टेशन एंड्रॉइड और आईओएस पर 'न्यूज़ऑनएयर' ऐप पर भी उपलब्ध हैं।

 

  • IV. वेव्स ओटीटी प्लेटफॉर्म: प्रसार भारती ने वेव्स लॉन्च किया है, जो दूरदर्शन और आकाशवाणी चैनलों के साथ-साथ चुनिंदा निजी समाचार और मनोरंजन चैनलों की लाइव स्ट्रीमिंग प्रदान करता है, जिससे नागरिकों की पहुंच और व्यापक हो जाती है।

 

कोसी और पूर्णिया डिवीजनों में वर्तमान में आकाशवाणी एफएम के निम्नलिखित पांच स्टेशन कार्यरत हैं:

क्र.सं.

स्टेशन के स्थान

ज़िला

विभाजन

1

बथनाहा (10 kW)

अररिया

पूर्णिया

2

कटिहार (100 W)

कटिहार

पूर्णिया

3

किशनगंज (100 W)

किशनगंज

पूर्णिया

4

पूर्णिया (10 kW)

पूर्णिया

पूर्णिया

5

सहरसा (100 W)

सहरसा

कोसी

 

सूचना एवं प्रसारण एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने आज लोकसभा में श्री राजेश रंजन द्वारा उठाए गए एक प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी साझा की।

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पीके/केसी/एनएम


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