सहकारिता मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

आलू आपूर्ति श्रृंखला

प्रविष्टि तिथि: 17 DEC 2025 1:03PM by PIB Delhi

बनास डेयरी और BBSSL के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (MoU) सहकारी से सहकारी सहयोग को बढ़ावा देने, किसानों की आय में सुधार करने, बाजार लिंकेज को सशक्त बनाने और प्रमाणित बीज उत्पादन सहित आधुनिक कृषि पद्धतियों को आधुनिक बनाने के लिए सरकार के सहकार से समृद्धि की परिकल्पना के अनुरूप है।  इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य एक व्यापक "बीज-से-बाजार" आलू मूल्य श्रृंखला स्थापित करना है जो वैज्ञानिक खेती विधियों, अनुबंध खेती व्यवस्था और कुशल बाजार लिंकेज को बढ़ावा देते हुए प्रमाणित, रोग मुक्त आलू के बीज उत्पादन की सुविधा प्रदान करना है। समझौता ज्ञापन (MoU) के तहत, भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड(BBSSL) बनास डेयरी की ऊतक संवर्धन (tissue culture) और एरोपोनिक (aeroponic) सुविधाओं का उपयोग करेगा, जबकि बनास डेयरी को टेबल ग्रेड के साथ-साथ प्रसंस्करण ग्रेड आलू के लिए बाजार लिंकेज प्राप्त करने में BBSSL का समर्थन मिलेगा।

समझौता ज्ञापन सुनिश्चित करने के लिए तंत्र में निम्नलिखित शामिल हैं:

  • प्रमाणित और रोग-मुक्त आलू के बीज उत्पादन और आपूर्ति,
  • प्रतिस्पर्धी कीमतों पर न्यायसंगत  आपूर्ति ,
  • गुणवत्ता नियंत्रण और पता लगाने की क्षमता (Traceability),
  • बनास डेयरी के प्रसंस्करण और विपणन नेटवर्क के माध्यम से किसान बाजार लिंकेज,
  • जहाँ कहीं भी संभव हो, वापस खरीद (Buy-back) की व्यवस्था, और
  • प्रशिक्षण और सेवा विस्तार के माध्यम से क्षमता निर्माण

यह मॉडल वर्तमान में पायलट पहल के रूप में कार्यान्वित किया जा रहा है। इसके परिणामों के आधार पर, संबंधित राज्य सरकारों और सहकारी संस्थानों के परामर्श से, इसे अन्य प्रमुख आलू उत्पादक राज्यों में दोहराने  की व्यवहार्यता  का पता लगाया जा सकता है।

आलू के बीज की आपूर्ति श्रृंखला की दीर्घकालिक संधारणीयता सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा रहे हैं, जिनमें किसान प्रशिक्षण, फसलोत्तर हैंडलिंग और जोखिम-प्रबंधन उपकरण उपाय हैं:

  • किसान प्रशिक्षण: वैज्ञानिक खेती, संधारणीय कार्यकलाप और भंडारण पर प्रशिक्षण कार्यक्रम;
  • फसलोत्तर प्रबंधन: कोल्ड स्टोरेज लिंकेज, ग्रेडिंग और हैंडलिंग सिस्टम का विकास;
  • जोखिम प्रबंधन: प्रमाणित बीजों का प्रावधान, फसल विविधीकरण को बढ़ावा देना, जहां संभव हो वहां वापस खरीद (Buy-back), और सहकारी समितियों के माध्यम से बाजार से लिंकेज।

यह जानकारी केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।

***

AK


(रिलीज़ आईडी: 2205063) आगंतुक पटल : 115
इस विज्ञप्ति को इन भाषाओं में पढ़ें: English , Urdu