युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय
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डॉ. मनसुख मांडविया ने नई दिल्ली में यूसीआई क्लास 2.2 पुणे ग्रैंड टूर की ट्रॉफी का अनावरण किया


साइकिलिंग को एक प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में उभरना चाहिए: डॉ. मांडविया

भारत का लक्ष्य वर्ष 2036 तक शीर्ष 10 खेल राष्ट्रों में और वर्ष 2047 तक शीर्ष 5 खेल राष्ट्रों में शामिल होना है: डॉ. मांडविया

प्रविष्टि तिथि: 16 DEC 2025 9:40PM by PIB Delhi

केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में अंतरराष्ट्रीय साइकिलिंग प्रतियोगिता, यूसीआई क्लास 2.2 पुणे ग्रैंड टूर की ट्रॉफी का अनावरण किया।

 

यह ट्रॉफी वैश्विक साइकिलिंग और खेल कैलेंडर में भारत की बढ़ती उपस्थिति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

 

डॉ. मांडविया ने इस अवसर पर भारत के खेल और फिटनेस जगत में साइकिलिंग के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि फिट इंडिया मूवमेंट के तहत 'संडे ऑन साइकिल' जैसी पहलों ने साइकिलिंग को देश की खेल संस्कृति और रोजमर्रा की जिंदगी का अभिन्न अंग बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

 

डॉ. मांडविया ने हाल के वर्षों में देश में फिटनेस के प्रति जागरूकता में उल्लेखनीय वृद्धि पर भी जोर दिया, जिसमें सभी आयु वर्ग के लोगों में साइकिलिंग के लिए रूचि बढ़ी है।

 

डॉ. मांडविया ने कहा कि साइकिलिंग फिटनेस के साथ-साथ शारीरिक सहनशक्ति, मानसिक स्वास्थ्य और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देती है और फिट इंडिया मूवमेंट के उद्देश्यों के अनुरूप भी है।

 

भारत की प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों की मेजबानी करने की तत्परता पर प्रकाश डालते हुए डॉ. मांडविया ने कहा, “साइकिलिंग को न केवल एक फिटनेस गतिविधि, बल्कि एक प्रतिस्पर्धी खेल और संस्‍कृति के रूप में भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि विश्वविद्यालय खेल और पुणे में होने वाली भव्य साइकिलिंग प्रतियोगिता विश्व स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने की भारत की बढ़ती क्षमता को दर्शाते हैं।

डॉ. मांडविया ने कहा कि भारतीय खेल प्रशासन खिलाड़ी-केंद्रित नीतियों, पारदर्शी चयन प्रणालियों और लैंगिक समानता के लिए प्रतिबद्ध है।

 

डॉ. मांडविया ने कहा कि यूसीआई क्लास 2.2 पुणे ग्रैंड टूर अंतरराष्ट्रीय स्तर के उच्चतम खेल आयोजनों को आयोजित करने के लिए भारत की तत्परता का एक मजबूत प्रमाण है और वैश्विक खेल शक्ति के रूप में उभरने की राष्ट्र की महत्वाकांक्षा को दर्शाता है।

 

उन्होंने कहा कि खेल नीतियों में सुधार और समावेशी इकोसिस्‍टम सभी स्तरों पर प्रतिभाओं का पोषण करता है।

 

देश के विभिन्न क्षेत्रों में भी साइकिलिंग ग्रैंड टूर आयोजित करने की योजनाओं के साथ, डॉ. मांडविया ने उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों से साइकिलिंग को राज्य खेल के रूप में मान्यता और बढ़ावा देने का आह्वान किया, जिससे जमीनी स्तर पर भागीदारी और प्रतिभा की पहचान को मजबूत किया जा सके।

 

डॉ. मांडविया ने संस्थागत सामंजस्य के महत्व पर जोर देते हुए, खेल संघों के बीच टीम वर्क की आवश्यकता पर बल दिया और भारत की खेल प्रगति में आंतरिक विवादों की अनुपस्थिति को एक प्रमुख कारक के रूप में उजागर किया।

 

उन्होंने बताया कि व्यापक 10-वर्षीय रोडमैप के साथ-साथ वर्ष 2036 के लिए एक दीर्घकालिक रणनीति पहले ही तैयार कर ली गई है।

 

डॉ. मांडविया ने कहा  कि इन पहलों का उद्देश्य भारत को वर्ष 2036 तक शीर्ष 10 खेल राष्ट्रों में और भारत की स्वतंत्रता की शताब्दी वर्ष 2047 तक शीर्ष पांच राष्‍ट्रों में स्थान दिलाना है।

 

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पीके/केसी/जेके/वाईबी


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