• Skip to Content
  • Sitemap
  • Advance Search
पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

त्रिपुरा को वैश्विक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने की एक व्यापक योजना


केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादत्त एम. सिंधिया ने माताबाड़ी पर्यटन सर्किट विकास पर आहूत समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की

पर्यटन सेवाओं में ऐतिहासिक ज्ञान का संस्थागतकरण: सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए नई पहल

प्रविष्टि तिथि: 18 DEC 2025 6:08PM by PIB Delhi

संचार तथा उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरआदित्य एम. सिंधिया ने आज त्रिपुरा में माताबाड़ी पर्यटन सर्किट के विकास पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा भी शामिल हुए। बैठक में उत्तर पूर्व विकास मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ. सुकांता मजूमदार, सचिव तथा केंद्रीय मंत्रालय और राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0014CHE.jpg 

बैठक में माताबाड़ी सर्किट को एक आदर्श पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने हेतु एक समग्र दृष्टिकोण की समीक्षा की गई। इसमें क्षमता निर्माण पर मजबूत जोर दिया गया, ताकि स्थानीय लोगों को पर्यटन से उत्पन्न अवसरों से सार्थक रूप से जोड़ा जाए और प्रेरित किया जाए, विशेष रूप से सतत आजीविका के संदर्भ में।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002K8A9.jpg 

श्री सिंधिया ने इस बात पर जोर दिया कि त्रिपुरा के इतिहासकारों को भी पर्यटन पारिस्थितिकी तंत्र में सक्रिय रूप से शामिल किया जाना चाहिए। उन्हें पर्यटक गाइडों और सहायकों को प्रशिक्षित करने में लगाया जाए, ताकि राज्य के इतिहास का प्रामाणिक ज्ञान प्रदान किया जा सके। इस प्रक्रिया को संस्थागत बनाया जाना चाहिए, जिसमें पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक प्रशिक्षण पद्धतियों के साथ समन्वित किया जाए।

चर्चा में यह उजागर किया गया कि त्रिपुरा की सुंदरता अपनी प्राचीनता में इतिहास को जीवंत रखने और आधुनिक परिवेश अपनाने में निहित है, जिसमें जैविक और प्राकृतिक दृष्टिकोण अपनाया जाए। उन्होंने कहा की माताबाड़ी सर्किट के तहत विकास त्रिपुरा के इतिहास को स्पष्ट रूप से प्रतिबिंबित करे, जिसमें प्रदेश के कोमल सौंदर्य को बनाए रखा जाए। आगंतुक अनुभव का अभिन्न अंग बनाते हुए स्थानीय त्रिपुरा व्यंजनों को भी बढ़ावा देने पर जोर दिया गया।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image003UKNO.jpg 

यह आगे उल्लेख किया गया कि पर्यटन सर्किट में उच्च-स्तरीय, निचले घटक को भी शामिल किया जाना चाहिए, जिसमें प्रमुख आतिथ्य खिलाड़ियों की भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाए। सर्किट के नीचे और उच्च-स्तरीय भाग को सामान्य सर्किट के साथ समन्वित किया जाए, ताकि अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके। त्रिपुरा के माननीय पर्यटन मंत्री को सलाह दी गई कि इसे एक मार्गदर्शन मॉडल के रूप में आगे बढ़ाएं और माताबाड़ी सर्किट को न केवल उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के लिए, बल्कि पूरे भारत में पर्यटन विकास के लिए एक मानक के रूप में स्थापित करें।

बैठक का समापन त्रिपुरा के माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व की सराहना के साथ हुआ, जिनका मार्गदर्शन त्रिपुरा में पर्यटन विकास के लिए संतुलित और दूरदर्शी दृष्टिकोण को आकार देता जा रहा है।

***

पीके/केसी/एमएम/एसएस


(रिलीज़ आईडी: 2206191) आगंतुक पटल : 142
इस विज्ञप्ति को इन भाषाओं में पढ़ें: English , Urdu , Assamese
Link mygov.in
National Portal Of India
STQC Certificate