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Social Welfare

दूरदर्शन के गौरवशाली 66 वर्ष

सार्वजनिक सेवा और डिजिटल नवाचार की विरासत

Posted On: 15 SEP 2025 9:36AM

मुख्य बातें

 

  • सितंबर 2025 तक, दूरदर्शन 35 चैनलों का संचालन कर रहा है, जिसमें डीडी इंडिया भी शामिल है, जो अंतर्राष्ट्रीय प्रसारण प्रदान करता है।
  • दूरदर्शन भारत की 90 प्रतिशत से अधिक आबादी तक पहुंचता है, डीडी न्यूज प्रतिदिन 17 से अधिक घंटे का लाइव कार्यक्रम प्रसारित करता है, जबकि डीडी इंडिया प्रमुख अंग्रेजी समाचार चैनलों के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा कर रहा है।
  • 2,539.61 करोड़ रुपये की बीआईएनडी योजना (2021-26) का उद्देश्य 28 क्षेत्रीय दूरदर्शन चैनलों को एचडी प्रोडक्शन में अपग्रेड करके प्रसारण को आधुनिक बनाना है।
  • पीबी शब्द वर्तमान में 15 भारतीय भाषाओं में काम कर रहा है और इसमें 1200 पत्रकार कार्यरत हैं (सितंबर 2025 तक)।

 

परिचय

भारत का प्रमुख लोक सेवा प्रसारक, दूरदर्शन, जो 15 सितंबर, 2025 को अपना 66वाँ स्थापना दिवस मनाएगा। इसकी शुरुआत 1959 में ऑल इंडिया रेडियो के अंतर्गत एक प्रायोगिक टेलीविजन सेवा के रूप में हुई थी। पिछले दशकों में, यह सूचना प्रसार, सांस्कृतिक संरक्षण और राष्ट्रीय एकता के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में विकसित हुआ है और उपग्रह और डीटीएच सेवाओं के माध्यम से लगभग शत प्रतिशत आबादी तक पहुँच रहा है। दूरदर्शन, 1997 से प्रसार भारती के एक अंग के रूप में, शिक्षा, समाचार और मनोरंजन पर ध्यान केंद्रित करते हुए जनहित प्रसारण को प्राथमिकता देता रहा है।

दूरदर्शन अपना 66वाँ स्थापना दिवस 15 सितम्बर 2025 को नई दिल्ली स्थित आकाशवाणी भवन के रंग भवन में आयोजित विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम “शब्दांजलि: DD@66के साथ मनाएगा।

 

दूरदर्शन ने लाखों लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया जब सन् 1984 में प्रथम भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा को अंतरिक्ष में परिक्रमा करते हुए दिखाया।

 

इतिहास

दूरदर्शन, भारत का प्रमुख सार्वजनिक सेवा प्रसारक, 15 सितंबर 2025 को अपना 66वां स्थापना दिवस मना रहा है। इसकी शुरुआत 1959 में ऑल इंडिया रेडियो (अब आकाशवाणी) के अंतर्गत एक प्रायोगिक टेलीविजन सेवा के रूप में हुई थी। दशकों में यह सूचना प्रसार, सांस्कृतिक संरक्षण और राष्ट्रीय एकीकरण का एक महत्त्वपूर्ण मंच बन गया है, जो सैटेलाइट और डीटीएच सेवाओं के माध्यम से लगभग 100% आबादी तक पहुँचता है। 1997 से प्रसार भारती का हिस्सा बनने के बाद भी, दूरदर्शन शिक्षा, समाचार और मनोरंजन पर केंद्रित रहते हुए जनहित प्रसारण को सर्वोच्च प्राथमिकता देता आ रहा है।

सन् 1981 में, दूरदर्शन की पहल के तहत प्रसिद्ध फिल्म निर्माता सत्यजीत रे ने सांस्कृतिक और सामाजिक प्रासंगिकता के महत्वपूर्ण अंशों को प्रदर्शित करने के लिए महनीय हिंदी उपन्यासकार प्रेमचंद की एक मार्मिक लघु कहानी सद्गति का टेलीविजन रूपांतरण तैयार किया।

1 अप्रैल 1976 को ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर) से अलग होने के साथ ही एक महत्वपूर्ण क्षण आया, जिससे दूरदर्शन को अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए परिचालन स्वायत्तता मिल गई। 15 अगस्त, 1982 को दिल्ली में एशियाई खेलों के साथ रंगीन टेलीविजन की शुरुआत ने दूरदर्शन के दृश्य आकर्षण और दर्शकों की संख्या में बड़ा बदलाव किया। प्रसार भारती अधिनियम, 1990 के अंतर्गत 23 सितंबर, 1997 को एक स्वायत्त निगम के रूप में प्रसार भारती की स्थापना ने दूरदर्शन को और अधिक पेशेवर बना दिया तथा इसे एक एकीकृत सार्वजनिक प्रसारण ढांचे के अंतर्गत ऑल इंडिया रेडियो के साथ एकीकृत कर दिया।

वर्तमान में

35 उपग्रह चैनलों और 66 स्टूडियो केंद्रों के नेटवर्क के साथ, दूरदर्शन हिंदी, तमिल और असमिया सहित 20 से अधिक भाषाओं में कंटेंट प्रदान करते हुए विविध भाषाई और सांस्कृतिक समुदायों को सेवा प्रदान करता है। इसका डीडी फ्री डिश प्लेटफॉर्म, जो 2024 तक 49 मिलियन घरों को कवर करता है, भारत की सबसे बड़ी फ्री-टू-एयर डीटीएच सेवा बनी हुई है, जो दूरदराज के क्षेत्रों में भी पहुंच सुनिश्चित करती है। जनसेवा के प्रति दूरदर्शन की प्रतिबद्धता राष्ट्रीय विकास लक्ष्यों के अनुरूप स्वास्थ्य अभियानों और शैक्षिक पहलों जैसे सामाजिक रूप से प्रासंगिक कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करने से स्पष्ट है।

वर्त्तमान में , दूरदर्शन नेटवर्क 35 चैनलों , जिनमें 06 राष्ट्रीय चैनल, 28 क्षेत्रीय चैनल और 01 अंतरराष्ट्रीय चैनल  व्यापक रूप से समाहित करता है

 सन् 1976 में, दूरदर्शन का लोगो राष्ट्रीय डिजाइन संस्था द्वारा और संकेत धुन की रचना भारतीय शास्त्रीय संगीत के उस्ताद पंडित रवि शंकर द्वारा की गई थी।

 

डीडी न्यूज़ः सार्वजनिक प्रसारण का एक स्तंभ

डीडी न्यूज, भारत का एकमात्र स्थल उपग्रह समाचार चैनल और दूरदर्शन का समाचार प्रभाग, 3 नवंबर 2003 को डीडी-मेट्रो को 24 घंटे के समाचार चैनल में बदलकर लॉन्च होने के बाद से संतुलित, निष्पक्ष और सटीक समाचार दे रहा है। भारत की 49 प्रतिशत आबादी और इसके भौगोलिक क्षेत्र के 25 प्रतिशत तक स्थलीय कवरेज और पूरे देश में फैले उपग्रह प्रसारण के साथ, डीडी न्यूज प्रतिदिन 17 घंटे से अधिक लाइव कार्यक्रम उपलब्ध करवाता है। इसमें हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू और संस्कृत में 30 से अधिक समाचार बुलेटिन शामिल हैं, साथ ही 23 भाषाओं/बोलियों में 14 क्षेत्रीय समाचार इकाइयों (आरएनयू) द्वारा तैयार क्षेत्रीय कंटेंट भी शामिल है। यह चैनल विविध प्रकार का कंटेंट तैयार करता है, जिसमें तीन दैनिक खेल बुलेटिन, एक बिजनेस शो, समसामयिक कार्यक्रम, तथा स्वास्थ्य, युवा, सिनेमा, कला, संस्कृति, प्रमुख सरकारी योजनाओं आदि पर विशेष फीचर शामिल हैं, साथ ही यह डीडी नेशनल, डीडी इंडिया और डीडी उर्दू जैसे सहयोगी चैनलों के लिए समाचार भी उपलब्ध कराता है। ट्विटर (@DDNewsLive) और यूट्यूब (youtube.com/DDNewsOfficial) जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से दर्शकों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ते हुए, डीडी न्यूज रियल टाइम समाचार अपडेट, स्टॉक और कमोडिटी टिकर स्ट्रीम करता है। डीडी न्यूज की यह ऊर्जस्वी उपस्थिति सूचना के एक विश्वसनीय, समावेशी स्रोत के रूप में इसकी भूमिका को सुदृढ़ करती है जो जन जागरूकता और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देती है।

डीडी इंडिया: अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों तक पहुंच

डीडी इंडिया, जिसे 1995 में डीडी इंटरनेशनल के रूप में लॉन्च किया गया था। बाद में इसका नाम बदलकर प्रसार भारती का फ्री-टू-एयर सैटेलाइट अंग्रेजी समाचार चैनल डीडी इंडिया कर दिया गया। यह प्रवासी भारतीयों सहित वैश्विक दर्शकों को लक्षित करता है। यह समाचार, समसामयिक मामले, विदेशी मामले, अर्थव्यवस्था, खेल और मनोरंजन पर केंद्रित है, जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के परिप्रेक्ष्य को प्रस्तुत करना है। अक्टूबर 2020 से हाई डेफिनिशन (एचडी) में प्रसारित होने वाला यह चैनल शीर्ष निजी अंग्रेजी समाचार चैनलों के साथ प्रतिस्पर्धा करता है और बार्क से मान्यता प्राप्त है। डीडी इंडिया लाइव रिपोर्टिंग और गहन विश्लेषण पर जोर देते हुए विदेशों में भारतीय कंटेंट की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए केबल और उपग्रह प्लेटफार्मों का लाभ उठाता है।

दूरदर्शन पर पीएम की मन की बात

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का मासिक रेडियो और टेलीविजन संबोधन "मन की बात", राष्ट्रीय मुद्दों, संस्कृति और विकास पर नागरिकों के साथ जुड़ने के लिए डीडी नेशनल और डीडी न्यूज के साथ-साथ अन्य दूरदर्शन चैनलों पर प्रसारित होने वाला एक प्रमुख कार्यक्रम है। लाइव प्रसारित होने वाला यह कार्यक्रम दूरदर्शन के व्यापक नेटवर्क और डीडी फ्री डिश के माध्यम से विशाल दर्शकों तक पहुंचता है, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में इसकी पहुंच सुनिश्चित होती है। यह डीडी इंडिया के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों को भी जोड़ता है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप सार्वजनिक भागीदारी को बढ़ावा देता है, जमीनी स्तर की पहलों पर प्रकाश डालता है और शिक्षा, स्वास्थ्य और दीर्घकालिक स्थिरता जैसे विषयों को आगे बढ़ाता है।

दूरदर्शन की प्रसिद्ध धारावाहिक श्रृंखलाएं

दूरदर्शन ने रामायण, महाभारत, हम लोग, बुनियाद, मालगुडी डेज़, शक्तिमान, चित्रहार, फौजी, सर्कस और उड़ान जैसे कुछ सबसे प्रसिद्ध धारावाहिकों का प्रसारण किया, जिन्होंने असाधारण प्रोग्रामिंग और मनोरंजन के उच्च मानक स्थापित किए और साथ ही जन जागरूकता बढ़ाने के अपने आवश्यक कार्य को भी जारी रखा।

डीडी फ्री डिश: भारत की सबसे बड़ी फ्री-टू-एयर सेवा

डीडी फ्रीडिश डीटीएच सेवा दिसंबर 2004 में शुरू की गई थी। यह एकमात्र फ्री-टू-एयर (एफटीए) डायरेक्ट-टू-होम (डीटीएच) सेवा है, जिसमें कोई मासिक सदस्यता शुल्क नहीं है। आज, यह अद्वितीय सेवा पूरे भारत में 4.9 करोड़ घरों तक पहुँच चुकी है। डीडी फ्रीडिश प्लेटफ़ॉर्म पर विभिन्न प्रकार के चैनल उपलब्ध हैं, जिनमें 9 एचडी चैनल, दूरदर्शन नेटवर्क के 35 एसडी चैनल, आकाशवाणी के 48 रेडियो चैनल, संसद टीवी के 2 एचडी और 2 एसडी चैनल, 92 निजी टीवी चैनल और 266 सह-ब्रांडेड शैक्षिक चैनल शामिल हैं।
यह सेवा मनोरंजन, समाचार और पीएम ई-विद्या जैसे शैक्षिक कार्यक्रमों सहित विविध सामग्री का प्रसारण करती है, और इसके लिए इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता नहीं होती

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डिजिटल आरंभ

 

वेव्स ओटीटी प्लेटफॉर्म के साथ डिजिटल परिवर्तन

प्रसार भारती के तत्वावधान में दूरदर्शन ने नवंबर 2024 में अपने वेव्स ओटीटी प्लेटफॉर्म के शुभारंभ के साथ एक उल्लेखनीय डिजिटल परिवर्तन किया है, जो पारंपरिक प्रसारण से आधुनिक स्ट्रीमिंग में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है। 12 भाषाओं में कंटेंट उपलब्ध कराने वाले इस व्यापक डिजिटल हब में सभी प्रमुख भारतीय भाषाओं को शामिल करने की योजना है। यह प्लेटफार्म विविध दर्शकों की जरूरतों को पूरा करता है और इस वर्ष अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप, मध्य पूर्व, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में दर्शकों तक पहुँचते हुए इसने महत्वपूर्ण वैश्विक जुड़ाव हासिल किया है। ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) के साथ वेव्स की साझेदारी, ऐप में ई-कॉमर्स को जोड़कर, मनोरंजन, शिक्षा और खरीदारी को जोड़कर इसे अलग बनाती है ताकि आधुनिक डिजिटल रुझानों को अपनाते हुए भारत की संस्कृति को प्रदर्शित किया जा सके।

वेव्स की सफलता दूरदर्शन की सार्वजनिक सेवा के लोकाचार को बरकरार रखते हुए, साफ, समावेशी और परिवार के अनुकूल कंटेंट प्रदान करते हुए, कॉर्ड-कटिंग युग के अनुकूल होने की क्षमता को रेखांकित करती है। दूरदर्शन के अपने और साथ ही बी4यू, एसएबी समूह और 9एक्स मीडिया जैसे निजी नेटवर्क सहित 70 से अधिक लाइव टीवी चैनलों के साथ-साथ प्ले-टू-प्ले गेम और क्यूरेटेड यूथ कंटेंट जैसी इंटरैक्टिव सुविधाओं के साथ, वेव्स ने अपनी वैश्विक भागीदारी का विस्तार किया है।

वेव्स के लॉन्च ने दूरदर्शन को एक दूरदर्शी प्रसारक के रूप में स्थापित किया है, जो उच्च गुणवत्ता वाली डिजिटल कंटेंट प्रदान करने के लिए अपने विशाल बुनियादी ढांचे का लाभ उठाता है, जो भारत और उसके बाहर एक सांस्कृतिक और शैक्षिक आधारशिला के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत करता है।

पीबी शब्द समाचार प्रसार का नया तरीका

प्रसार भारती-प्रसारण एवं प्रसार के लिए साझा दृश्‍य-श्रव्‍य (पीबी-शब्द), जो 13 मार्च 2024 को समाचार साझा करने की सेवा के रूप में शुरू किया गया था, मीडिया संगठनों को वीडियो, ऑडियो, टेक्स्ट और फोटो प्रारूपों में दैनिक समाचार फीड प्रदान करता है। यह 60 चौबीसों घंटे चलने वाले संपादकीय डेस्क द्वारा समर्थित 1500 से अधिक पत्रकारों, संवाददाताओं और स्ट्रिंगरों के नेटवर्क का लाभ उठाता है। यह क्षेत्रीय समाचार इकाइयों और मुख्यालयों से प्रमुख भारतीय भाषाओं में कृषि, प्रौद्योगिकी, विदेशी मामले और राजनीतिक घटनाक्रम सहित 50 से अधिक श्रेणियों में 1000 से अधिक समाचार प्रदान करने में अग्रणी है। इसकी प्रमुख विशेषताओं में - लोगो-फ्री कंटेंट, जिसके उपयोग के लिए कोई क्रेडिट की आवश्यकता नहीं है, राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह, चुनाव रैलियां, प्रेस ब्रीफिंग और राजनीतिक घटनाओं जैसे कार्यक्रमों के विशेष कवरेज के लिए लाइव फीड, साथ ही दूरदर्शन और आकाशवाणी पुस्तकालयों से दुर्लभ अभिलेखीय फुटेज के लिए मीडिया रिपोजिटरी का विकास, साथ ही क्यूरेटेड पैकेज शामिल हैं।

डीडी स्पोर्ट्स

हाल के वर्षों में प्रसार भारती स्पोर्ट्स ने डीडी स्पोर्ट्स और ओटीटी चैनल वेव्स की सामग्री को पुनर्जीवित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। जिसका उद्देश्य समग्र और ठोस खेल सामग्री के माध्यम से चैनल के दर्शकों की संख्या बढ़ाना एवं भारत को एक खेल शक्ति बनाने में सार्वजनिक प्रसारक के रूप में सक्रिय भूमिका निभाना, साथ ही देश भर के सभी खेल प्रेमियों के लिए विशिष्ट खेल सामग्री उपलब्ध कराना है।

सर्वप्रथम, खेल अधिनियम, 2008 के तहत प्रसारित होने वाले महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मैचों के लाइव कार्यक्रमों, यानी प्री-शो, मिड-शो और पोस्ट-शो के आसपास के शो की प्रोडक्शन क्वालिटी को बढ़ाने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। यह वास्तविक समय के आंकड़ों, अत्याधुनिक ग्राफिक्स और सेट के वैश्विक मानक लुक और फील के माध्यम से किया गया है।

दूसरा, भारत सरकार द्वारा संचालित खेलो इंडिया गेम्स के प्रमुख खेल कार्यक्रमों की प्रोडक्शन क्वालिटी में सुधार किया गया है। हाल के वर्षों में, डीडी स्पोर्ट्स ने गुजरात, गोवा और उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेल, तमिलनाडु और बिहार में खेलो इंडिया युवा खेल, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर में खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेल, नई दिल्ली में खेलो इंडिया पैरा खेल, दीव में खेलो इंडिया बीच खेल, गुलमर्ग और लेह में खेलो इंडिया शीतकालीन खेल जैसे प्रमुख आयोजनों का सफलतापूर्वक निर्माण और प्रसारण किया है।

विगत वर्ष चैनल ने हॉकी इंडिया के साथ पुरुष और महिला हॉकी इंडिया लीग और हॉकी इंडिया द्वारा संचालित अन्य प्रमुख आयोजनों के निर्माण और प्रसारण के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसी प्रकार, प्रसार भारती ने भारतीय हैंडबॉल महासंघ के साथ उसके प्रमुख आयोजनों के निर्माण और प्रसारण के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। आने वाले महीनों में भारतीय तीरंदाजी संघ, भारतीय बैडमिंटन संघ और प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया के साथ भी इसी तरह के समझौते होने की संभावना है। पिछले सप्ताह, प्रसार भारती ने दिल्ली में आगामी विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 के निर्माण और प्रसारण के लिए भारतीय पैरालंपिक समिति के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

प्रसार भारती स्पोर्ट्स ने अपने दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए चैनल पर ताज़ा और अभिनव सामग्री लाने हेतु प्रमुख अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ करार किया है। इसमें एलिप्स क्रिकविज़ प्राइवेट लिमिटेड के साथ दो साल का समझौता शामिल है, जिसके तहत वह ग्रेट इंडियन क्रिकेट शो के 104 एपिसोड का निर्माण करेगा, जिनका प्रसारण दूरदर्शन नेटवर्क, प्रसार भारती और आकाशवाणी के ओटीटी प्लेटफॉर्म वेव्स पर किया जाएगा। इस श्रृंखला में, प्रमुख पूर्व भारतीय क्रिकेटर अपनी जीत, हार और घटनाओं की यादें साझा करते हैं। इसी प्रकार, प्रसार भारती ने ग्लोबल लीग ऑफ़ रेसलिंग के निर्माण के लिए आदी ग्रुप के साथ एक समझौता किया है, जो विश्व स्तरीय वैश्विक खेल संपत्ति का भारतीय संस्करण होगा।

अंत में, प्रसार भारती ने डीएफबी पोकल- जर्मन कप के साथ एक समझौता किया है, जिसमें डीएफबी पोकल और महिला बुंडेसलीगा के प्रमुख फुटबॉल मैच डीडी स्पोर्ट्स और वेव्स पर प्रसारित किए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य वैश्विक फुटबॉल के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को अधिकतम भारतीय घरों तक पहुँचाना है।

आईआईटी कानपुर और नेक्स्ट-जनरेशन टेक्नोलॉजीज के साथ साझेदारी

तकनीकी नवाचार के प्रति दूरदर्शन की प्रतिबद्धता का उदाहरण भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के साथ प्रसार भारती के समझौता ज्ञापन (एमओयू) से मिलता है, जिस पर डिजिटल टेरेस्ट्रियल ब्रॉडकास्टिंग और 5जी ब्रॉडकास्ट सॉल्यूशंस सहित अगली पीढ़ी के प्रसारण रोडमैप को विकसित करने के लिए हस्ताक्षर किए गए हैं। इस सहयोग का उद्देश्य 5जी प्रसारण जैसे अत्याधुनिक मानकों को एकीकृत करके दूरदर्शन के बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण करना है, जो दूरदराज और शहरी क्षेत्रों में समान रूप से पहुंच को बढ़ाते हुए मोबाइल उपकरणों तक कुशल कंटेंट वितरण को सक्षम बनाता है।

बीआईएनडी योजना (2021-26) के तहत 24x7 क्षेत्रीय चैनलों पर तकनीकी बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की योजना है ताकि हाई डेफिनिशन (एचडी) प्रोडक्शन और प्रसारण को सक्षम बनाया जा सके।

आईआईटी कानपुर के साथ यह रणनीतिक गठबंधन दूरदर्शन को प्रसारण नवाचार में सबसे आगे रखता है, जो सरकार की 2,539.61 करोड़ रुपये की प्रसारण अवसंरचना और नेटवर्क विकास (बीआईएनडी) योजना (2021-26) के साथ 28 क्षेत्रीय चैनलों को एचडी प्रोडक्शन में उन्नत करने और आकाशवाणी के एफएम कवरेज को भारत की 80 प्रतिशत से अधिक आबादी तक विस्तारित करने के लिए संरेखित करता है। ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी और फाइल बेस्ड वर्क फ्लो जैसी प्रौद्योगिकियों को अपनाकर, दूरदर्शन विशेष रूप से शैक्षिक और सांस्कृतिक सामग्री के लिए प्रोग्रामिंग की गुणवत्ता और दर्शक अनुभव को बढ़ाता है। ये प्रगति न केवल परिचालन दक्षता में सुधार करती है, बल्कि दूरदर्शन की वैश्विक प्रतिस्पर्धा को भी मजबूत करती है, जिससे यह तेजी से बढ़ते डिजिटल मीडिया परिदृश्य में अपने सार्वजनिक सेवा लोकाचार को बनाए रखते हुए विविध दर्शकों को उच्च गुणवत्ता वाले कंटेंट प्रदान करने में सक्षम होता है।

डीडी किसान में यप्पटीवी साझेदारी और एआई इंटीग्रेशन

मार्च 2022 में, प्रसार भारती ने डीडी इंडिया की वैश्विक पहुंच को अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप, मध्य पूर्व, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों तक विस्तारित करने के लिए एक प्रमुख ओवर-द-टॉप (ओटीटी) प्लेटफॉर्म यप्प टीवी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। दुनिया भर के टेलीविजन दर्शकों के लिए प्रवेशद्वार यप्प टीवी, अन्य भारतीय कार्यक्रमों के साथ-साथ डीडी इंडिया का भी प्रसारण करता है तथा भारतीय प्रवासियों और वैश्विक दर्शकों के बीच भारत-केंद्रित कार्यक्रमों की बढ़ती मांग का लाभ उठाता है।

कृषि चैनल दूरदर्शन किसान ने दो एआई एंकर, एआई कृष और एआई भूमि को पेश करके तकनीकी नवाचार को अपनाया है, जिससे यह भारत का पहला सरकारी टीवी चैनल बन गया है जो 24/7 समाचार प्रस्तुति के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करता है। ये एआई एंकर, 50 भाषाओं में प्रस्तुति देने में सक्षम हैं, जो किसानों और ग्रामीण दर्शकों को निर्बाध, बहुभाषी सामग्री प्रदान करते हैं, जिससे कृषि, ग्रामीण विकास और पर्यावरणीय स्थिरता जैसे विषयों पर पहुंच और जुड़ाव बढ़ता है। हाल के वर्षों में शुरू किया गया यह एकीकरण, वेव्स ओटीटी प्लेटफॉर्म सहित दूरदर्शन की व्यापक डिजिटल रणनीति का पूरक है और अपने सार्वजनिक सेवा को बनाए रखते हुए विविध समुदायों की सेवा करने के लिए अगली पीढ़ी की तकनीकों का लाभ उठाने की अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

निष्कर्ष

2025 में अपनी 66वीं वर्षगांठ मनाते हुए, दूरदर्शन भारत के सार्वजनिक प्रसारण के आधारशिला के रूप में खड़ा है, जो 1959 में अपनी मामूली शुरुआत से एक गतिशील नेटवर्क के रूप में विकसित हुआ है जो परंपरा को नवाचार के साथ मिलाता है। रामायण, महाभारत और मालगुडी डेज जैसे इसके लोकप्रिय कार्यक्रमों ने सांस्कृतिक स्मृति को आकार दिया है, जबकि 1984 में भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री की अंतरिक्ष यात्रा के प्रसारण जैसी महत्वपूर्ण उपलब्धि ने राष्ट्र को एकजुट किया। आज, 35 उपग्रह चैनलों, 66 डिजिटल केंद्रों और 45 मिलियन से अधिक घरों को सेवा प्रदान करने वाले विस्तृत डीडी फ्री डिश के साथ, दूरदर्शन समावेशी, बहुभाषी कंटेंट प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण शक्ति बना हुआ है। वेव्स ओटीटी प्लेटफॉर्म के माध्यम से डिजिटल परिवर्तन, डीडी किसान में एआई एकीकरण, यप्प टीवी और आईआईटी कानपुर के साथ रणनीतिक साझेदारी, पीबी-शब्द और वेवएक्स जैसी पहलों के माध्यम से, दूरदर्शन अगली पीढ़ी की तकनीकों और वैश्विक पहुंच को अपना रहा है और भविष्य की पीढ़ियों के लिए शिक्षा, सांस्कृतिक संरक्षण और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने की अपनी विरासत को बनाए हुए है।

संदर्भ:

प्रेस सूचना कार्यालय:

 

https://www.pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2147342

 

https://www.pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1888540

 

https://www.pib.gov.in/PressNoteDetails.aspx?NoteId=152142&ModuleId=3#:~:text=On%20March%2007%2C%202022%2C%20India's%20public%20broadcaster,with%20'Yupp%20TV'%2C%20an%20over%2Dthe%2Dtop%20(OTT)%20platform

 

https://www.pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=2021431

 

https://www.pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2067861

 

https://www.pib.gov.in/PressNoteDetails.aspx?NoteId=152142&ModuleId=3#:~:text=According%20to%2C%20FICCI%2DEY%20As,apart%20from%2022%20MPEG4%20channels.

 

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय:

 

https://mib.gov.in/sites/default/files/2024-10/annual-report-2023-24-english.pdf

 

दूरदर्शन:

 

https://ddnews.gov.in/en/tag/ai-krish/

 

https://ddnews.gov.in/en/waves-prasar-bharatis-all-in-one-ott-platform-for-family-friendly-entertainment/

 

https://www.newsonair.gov.in/mib-launches-kalaa-setu-real-time-language-tech-for-bharat-challenge/

 

https://prasarbharati.gov.in/dd-channels/

 

https://prasarbharati.gov.in/dd-news/

 

https://prasarbharati.gov.in/dd-india-homepage/

 

https://shabd.prasarbharati.org/login

 

https://www.facebook.com/DoordarshanNational/

 

https://www.freedish.in/

 

https://ddnews.gov.in/en/about-us/

 

 

अन्य:

 

https://www.ey.com/content/dam/ey-unified-site/ey-com/en-in/insights/media-entertainment/documents/ey-shape-the-future-indian-media-and-entertainment-is-scripting-a-new-story.pdf

 

https://www.swayamprabha.gov.in/about/pmevidya

 

https://www.youtube.com/watch?v=oxtRxWcKqc8

 

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पीके/केसी/डीवी

(Backgrounder ID: 155205)
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